छत्तीसगढ़

वनांचल के शिक्षक संघ की कमान फिर मिला श्री हरि को

छतीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन मानपुर के अध्यक्ष बनाए गएबिना भेदभाव के शिक्षक हित के लिए होगा काम- श्री हरिमानपुर। छतीसगढ़ टीचर्स...

प्रभारी मंत्री बाबा आएंगे आज

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा जिले के प्रभारी टीएस सिंहदेव 11 सितंबर...

अब परदे पर नजर आएगा रेसलर प्रतीक तिवारी

जांजगीर चांपा। रेसलर दुनिया में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विजेता बनने के बाद जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ विकासखंड अंतर्गत...

कुर्बानी और शहादत को याद करते हुए मनाया मुहर्रम

जांजगीर-चांपा। मुस्लिम समाज के लोगों ने आज कुर्बानी का पर्व मुहर्रम पूरे देश के साथ जिले में भी मनाया। मुहर्रम...

पंचायत चुनाव के लिए वार्ड परिसीमन एवं क्षेत्र निर्धारण की संशोधित समय-सारणी जारी

रायपुर। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन वर्ष 2019-20 के लिए परिसीमन वार्ड एवं क्षेत्र...

पशुपालन मंत्री ने देवभोग के नए उत्पाद छेना रबड़ी की बिक्री का किया शुभारंभ

रायपुर। कृषि एवं पशुपालन मंत्री रवीन्द्र चौबे आज राजधानी रायपुर के छत्तीसगढ़ बीज विकास निगम कार्यालय में आयोजित समारोह में...

छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक संपन्न

रायपुर । छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक दिनांक 9/9/2019 को न्यू सर्किट हाउस रायपुर में सम्पन्न...

छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक दिनांक 9/9/2019 को न्यू सर्किट हाउस रायपुर में सम्पन्न हुई………

बैठक में सर्वप्रथम राष्ट्रीय पार्षद ( नेशनल काउंसलर) का मनोनयन किया गया जो निम्नलिखित हैं। 1 श्री संजय दुबे 2...

कांकेर सांसद मोहन मंडावी बालोद जिले के गुरूर क्षेत्र मे

बालोद.. आज कांकेर लोकसभा के लोकप्रिय सांसद आदरणीय मोहन मंडावी जी का आगमन डोटोपार में सांसद सम्मान समारोह एवं हितग्राहियों...

तीन जिलों को जोड़ती यह बदहाल सड़के पी डब्लू डी विभाग की निष्क्रियता जानिए क्या है पूरा मामला…..

जिले एक सड़क जो दुर्ग, बालोद, और धमतरी को जोड़ता है, जो कि , पी डब्ल्यू डी, विभाग की उदासीनता...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*