मां जीवन की आशा है धैर्य की वो परिभाषा है । मां सुखों का संगम है ममता एंव अभिलाषा है एम. एल. नथानी।
।। मां ।।
मां जीवन की आशा है
धैर्य की वो परिभाषा है ।
मां सुखों का संगम है
ममता एंव अभिलाषा है ।
मां सुकून का एक पल है
मां ही प्यास में जल है ।
मां सभी दुखों का हल है
मां आज है, मां कल है ।
मां स्वार्थ रहित सत्कार है
मां जीवन का आधार है ।
मां हंसता हुआ परिवार है
मां ही सुखों का संसार है ।
मां का दामन थामा जिसने
हर बाधाएं दास हैं उसके ।
मिलती हैं खुशियां जीवन की
होती मां पास है जिसके ।
मां के आंचल में है शीतल
सुख की छाया निराली है ।
जिसने इस सुख को पाया
सचमुच वह भाग्यशाली है ।