छत्तीसगढ़

एनएसयुआई़ विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण बाम्बोड़े ने प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के साथ महाविद्यालयीन समस्याओ को लेकर किया चर्चा- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

विडियों कान्फे्रसिंग के जरिये काॅलेजो की मूलभूत समस्याओं का किया चिन्हांकन इतेेश सोनी मैनपुर :- एनएसयुआई बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण...

पुलिस जवानो ने थाना परिसर मे वृक्षारोपण कर लिया सुरक्षा का संकल्प – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर :- तहसील मुख्यालय मैनपुर स्थित पुलिस थाना परिसर मे आज बुधवार को एसडीओपी पुलिस रूपेश डाण्डे एवं...

कोरोना संकट से परेशान जनता को राहत देने की मांग : माकपा मनाएगी 16 जून को विरोध दिवस

कोरोना संकट और अविचारपूर्ण व अनियोजित लॉक डाउन के कारण इस देश की परेशान गरीब जनता को राहत देने में...

क्यू.एस रैंकिंग : यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2021 में पिछले साल के मुकाबले 100 पायदान ऊंची छलांग

ओ.पी. जिन्दल ग्लोबल यूनिवर्सिटी भारत का शीर्ष निजी विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष 1000 विश्वविद्यालयों में भारत के 21 विश्वविद्यालय रायपुर,...

डबल हत्याकाण्ड मृतिका तीन माह की गर्भवती ग्राम-नागाबुड़ा कत्ल की गुत्थी सुलझाई ,पकड़े तीनों आरोपी गिरफ्तार- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद । थाना सिटीकोवाली गरियाबंद में दिनाँक 23.05.2020 को ग्राम नागाबुडा के मुन्नालाल साहू थाना गरियाबंद आकर बताया...

गुरूर पुलिस की कार्यवाही से अपराधियों में हडकंप.

बालोद--गुरुर थाना के लगातार कार्यवाही के चलते पिछले 2 दिनों में शराब बिक्री करते, महिला, पुरुष और युवक की संलिप्तता...

अर्चना दुबे को प्रदेश महिला कांग्रेस में प्रदेश सचिव की कमान…विधायक विकास उपाध्याय ने दी बधाई…

रायपुर. महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव के निर्देशानुसार एवं प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम द्वारा श्रीमती...

गुरूर पुलिस बड़ी की कार्यवाही अवैध रूप से शराब बिक्री करते महिला और एक पुरूष को किया गिरफ्तार

मामला आबकारी एक्ट का बालोद--बालोद जिलान्तर्गत गुरुर थाना ने बड़ी कार्यवाही की है. मंगलवार दिनांक 09/06/2020 को थाना गुरुर द्वारा...

प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन कराने धमतरी पुलिस उतरी मैदान में

पुलिस ने पैदल भ्रमण कर सुरक्षा मानकों व नियमों का पालन करने दी गई समझाइश नियमों का उल्लंघन करने वालों...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।