छत्तीसगढ़

द्वेष पूर्ण कार्यवाही से खपा ग्रामीण. बेदखली का जारी किया नोटिस. गांव में कई लोगों का अवैध कब्जा….

रायपुर.. जिले के अभनपूर तहसील क्षेत्रः मे एक ऐसा ही मामला सामने आया है . ग्राम जुलूम मे कुछ लोगो...

गुरूर जनपद उपाध्यक्ष तोषण साहु ने किया मनरेगा कार्यों में औचक निरीक्षण..

बालोद. जिले के गुरूर जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम अरमरीकला में मनरेगा कार्यों का निरीक्षण जनपद उपाध्यक्ष श्री तोषण साहू...

जिला पंचायत गरियाबंद के अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से किया मुलाकात – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर । गरियाबंद जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती स्मृति नीरज ठाकुर ने मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश के मुख्यमंत्री...

सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत सीआरपीएफ जवानो ने शोभा और गोना मे लगाया कैंपत्र कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु बचाव सामग्री का वितरण- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर:- तहसील मुख्यालय मैनपुर से 18 किमी दूर स्थित सीआरपीएफ ए/211 वीं बटालियन शोभा थाना द्वारा ग्राम पंचायत...

सब्जी का स्वाद गायब होने के अंदेशा से लोगों मे भारी आक्रोश. नमक नहीं मिलने कि अफवाह से ग्रामीण क्षेत्रों में खलबली.

बालोद.. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नमक की कमी के अफवाह के बाद ग्रामीणों मे भारी आक्रोश देखा जा रहा...

वक्ता मंच का शराब विरोधी आंदोलन का दूसरा चरण शुरू:आज से पत्र लेखन अभियान

रायपुर।प्रदेश में शराब ठेके बंद करवाये जाने के खिलाफ वक्ता मंच द्वारा जारी पत्र लेखन अभियान आज 10 मई से...

महंगे शौक ने तीन नाबालिग को बना दिया चोर,अब कानून के शिकंजे में फंसे यह नाबालिग

कृष्णा रंजन दीवान नगरी धमतरी:सिहावा थाना इलाके के ग्राम सांकरा में ग्रामीणों को तीन नाबालिग को चोरी करते रंगे हाथ...

कुम्भकार समाज द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में राशि दी गई….

आज दिनाक 08/05/2020 को धमतरी कुंभकार समाज ने संयुक्त कलेक्टर जितेंद्र कुमार कुर्रे के समक्ष मुख्यमंत्री सहायता कोष में कुल...

मालीधोरी के पास संचालित अवैध ईट भट्ठे में श्रमिक की मौत

बालोद :- ध्रुव राम पटेल के जमीन पर ग्राम पंचायत मालीधोरी खपरी जनपद पंचायत डौंडी लोहारा जिला बालोद निवासी कौशल...

मई माह में हर शुक्रवार की रात 11 बजे से सोमवार की सुबह 06 बजे तक जिले में रहेगी पूरी तरह तालाबंदी आवश्यक वस्तुओं के प्रतिष्ठान खुले रहेंगे

*कृष्णा दीवान नगरी (धमतरी)*, 08 मई 2020/ नोवेल कोरोना वायरस कोविद-19 के संक्रमण से बचाव के लिए कलेक्टर एवं जिला...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।