छत्तीसगढ़

पांच दिनों में जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया ग्रामीणों का मांग पूरा,ग्रामीणों ने अध्यक्ष के प्रति जताया आभार – इतेश सोनी पत्रकार जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद सर्वोच्च छत्तीसगढ़ गरियाबंद सर्वोच्च छत्तीसगढ़ गरियाबंद -: जिले की नवनियुक्त जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्मृति...

बस्तर के पत्रकार रितेश पांडे पर हमला करने वालों को गिरफ्तार करो : माकपा

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बस्तर में जागरण समूह से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार रितेश पांडे पर असामाजिक तत्वों द्वारा किये गए...

मैनपुर में मची होली की धूम सुबह से लेकर शाम तक रंगों में डूबे रहे लोग – इतेश सोनी पत्रकार

मैनपुर । रंगों और आपसी प्रेम का त्योहार होली जिले भर में धूमधाम से मनाया गया। वही तहसील मुख्यालय मैनपुर...

दिल्ली दंगा पीड़ितों और प्रभावितों के लिए राहत फंड की अपील की माकपा ने

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने हाल ही में उत्तर-पूर्व दिल्ली के इलाकों में हुए सांप्रदायिक दंगों से पीड़ित प्रभावितों के लिए...

सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज की खबर पर लगी मुहर. क्षेत्रीय विधायक ने निःशुल्क इलाज करने के लिए लिखा अस्पताल अधीक्षक को पत्र.

बालोद. एक महिला पैसो के अभाव में जिंदगी की जंग लड़ रही है. ख़बर प्रकाशित किया गया था. खबर लगते...

होली पर्व में शांति व्यवस्था बनाए रखने मैनपुर में पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च – इतेश सोनी पत्रकार गरियाबंद

इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद मैनपुर/इतेश सोनी - होली पर्व के पहले आज सोमवार को तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर में...

होली में प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने किया गया आर्गेनिक गुलाल का निर्माण….

धमतरी --- होली में प्राकृतिक रंगों के उपयोग को बढ़ावा देने के मद्देनजर मगरलोड विकासखण्ड के जय मां गायत्री स्व...

एक ओर पूरा देश अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है. और यहां एक महिला पैसों के अभाव में बिना इलाज जिंदगी की जंग लड़ रही है. शासन प्रशासन मौन. पढ़िए पूरी खबर..

बालोद..जिले के गुरूर थाना क्षेत्र के ग्राम बालोदगहन जहां कुछ दिन पहले 29 फरवरी को मनरेगा कार्य से काम कर...

युवा कांग्रेसियों ने महिला दिवस पर पुलिस अधिकारियों का किया सम्मान

आज महिला दिवस के अवसर पर रायपुर जिला युवा कांग्रेस के निर्वाचित महासचिव हामिद सानु रज़ा ने डीडी नगर थाना...

माध्यमिक स्कूल नवगांव कंडेल में बच्चे खेलेंगे प्राकृतिक होली…..

छत्तीसगढ़ /धमतरी --- छत्तीसगढ़ धमतरी जिलान्तर्गत गौरव ग्राम कंडेल के समीप नवगांव में माध्यमिक स्कूल के बच्चो द्वारा होली के...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।