छत्तीसगढ़

सहकारी समितियों ने कोचियों और बिचौलियों से खरीदा धान, 78 मामले दर्ज, सबसे ज्यादा दुर्ग में

रायपुर।सिर्फ चार दिन पहले शुरू हुई धान खरीदी में अवैध संग्रहण के 78 मामले दर्ज हो गए हैं। सबसे ज्यादा...

नदी में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली, पुलिस को हत्या की आशंका

बिलासपुर। लिंगियाडीह पुल के नीचे अरपा नदी में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में दो तीन-चार दिन पुरानी लाश मिली। उसकी...

नशे में चूर प्रिंसिपल पहुंचा स्कूल, बच्चों को बाल दिवस की जगह बताया शहीद दिवस

चिरमिरी।बाल दिवस पर स्कूल आए यहां के प्रिंसिपल को बच्चों ने देखा तो उनके शर्ट पर मिट्टी लगी हुई थी।...

सुबह के बादल शुक्रवार 280C/ 210C सुबह के बादल शनिवार 290C/ 210C बादलों से अधिक धूप रविवार 300C/ 200C केडिया ग्रुप पर छापे के बाद से ही संचालक नवीन गायब, आने तक जारी रहेगी जांच

रायपुर।शराब कारोबार के बड़े समूह केडिया ग्रुप पर तीसरे दिन भी आयकर विभाग की कार्यवाही जारी रही। छापा मारने वाली...

रायपुर : पंच-सरपंच ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाएं योजनाओं का लाभ: डॉ. रमन सिंह : हमर छत्तीसगढ़ योजना: बेमेतरा, बालोद और दुर्ग जिले के पंच-सरपंचों की मुख्यमंत्री से मुलाकात

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि पंचायत प्रतिनिधि अपनी पंचायतों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का...

भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष को कांकेर एसडीएम ने कहा-जनप्रतिनिधि और नगरवासियों को जेल में डाल दूंगी ! क्यों हुआ चक्काजाम जानिए पूरी रिपोर्ट में

कांकेर:- कांकेर एसडीएम आई पुरे प्रशासनिक तेवर में जनप्रतिनिधियों सहित गांवो वालो को जेल में डाल देने की दे डाली...

निजी नर्सिंग महाविधालयों की काउंसलिंग से चूके छात्रों के लिए खुशखबरी

छत्तीसगढ़ :-निजी नर्सिंग महाविधालयों के नर्सिंग सीट की प्रक्रिया में अवधि बढा दी गई है। जो बुधवार दिनांक 15/11/2017 को...

महासमुंद लोकसभा के लोकप्रिय सांसद माननीय श्री चंदूलाल साहू जी आज महासमुंद में सांसद निधि से निर्मित ब्राम्हण समाज सांस्कृतिक भवन तथा ग्राम बम्हनी में साहू समाज सांस्कृतिक भवन के लोकार्पण एवं ग्राम परसट्ठी में प्रज्ञा पुराण कार्यक्रम में शामिल हुये ।

उक्त कार्यक्रमो में सभा को संबोधित करते हुए सांसद महोदय ने कहा कि भारत शुरू से धर्म, आध्यात्म , कला...

छत्तीसगढ़ प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज का विशाल कुर्मी संझा का आयोजन 11 व 12 नवम्बर को बेसिल स्कूल मैदान बेमेतरा आयोजित होने वाला है ।

कुर्मी संझा गौरवमयी सामाजिक आयोजन छत्तीसगढ़ प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय समाज का विशाल कुर्मी संझा का आयोजन 11 व 12 नवम्बर...

महासमुंद लोकसभा के लोकप्रिय सांसद माननीय श्री चंदूलाल साहू जी आज ग्राम मगररोड़ा फलसापारा (देवभोग) में हाईस्कूल भवन लोकार्पण कार्यक्रम तथा ग्राम मुचबहाल में भाजपा मंडल गोहरापदर की बैठक में शामिल हुए ।

उक्त कार्यक्रम में सांसद जी ने अपने उदबोधन में कहा कि जो समाज शिक्षित, संगठित होकर, संघर्ष करेगा सफलता उसकी...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।