रायपुर : पंच-सरपंच ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाएं योजनाओं का लाभ: डॉ. रमन सिंह : हमर छत्तीसगढ़ योजना: बेमेतरा, बालोद और दुर्ग जिले के पंच-सरपंचों की मुख्यमंत्री से मुलाकात
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि पंचायत प्रतिनिधि अपनी पंचायतों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का जवाबदारी के साथ क्रियान्वयन करंे और अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री लाडली नोनी योजना पिछले चार वर्षों से लागू है, लेकिन अब तक केवल दस हजार बेटियों का ही पंजीयन हो पाया है। इस योजना में अब तक 40 हजार बेटियों का पंजीयन होना था। इस योजना में गरीब परिवार में बेटी के जन्म होते ही रजिस्ट्रेशन होने पर पांच हजार रूपए उसके खाते में जमा होते हैं और 18 वर्ष तक हर साल खाते में पांच हजार रूपए जमा किए जाते हैं। बेटी के 18 वर्ष की होने पर उसके खाते में एक लाख रूपए की राशि जमा हो जाती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बीपीएल परिवार की पांच वर्ष तक की बेटियों का पंजीयन इस योजना में कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री आज शाम अपने निवास पर बेमेतरा, दुर्ग और बालोद जिले से आए 445 पंचायत प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। ये पंचायत प्रतिनिधि हमर छत्तीसगढ़ योजना के अंतर्गत राजधानी रायपुर के दो दिवसीय भ्रमण पर आए हैं। पूर्व संसदीय सचिव श्री विजय बघेल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र के हर व्यक्ति का स्मार्ट कार्ड इस योजना में बन जाए। उन्होंने कहा कि गांव में लोगों के पास अपनी छोटी-मोटी बीमारी का इलाज कराने के लिए भी पैसे नहीं होते। लोगों को इलाज के खर्च से मुक्ति दिलाने के लिए यह योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना में अब एक वर्ष में 50 हजार रूपए तक का निःशुल्क इलाज कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज हर बीमारी का इलाज उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने सिकलिन एनीमिया से बचाव के लिए शादी के पहले वर-वधु का रक्त परीक्षण करवाने की समझाईश दी। उन्होंने बताया कि हमर छत्तीसगढ़ योजना में अब तक एक लाख दस हजार पंचायत और सहकारिता के प्रतिनिधि राजधानी रायपुर आ चुके हैं। हमर छत्तीसगढ़ योजना के संबंध में उन्होंने बताया कि यह योजना पंचायत प्रतिनिधियों के अध्ययन भ्रमण के लिए प्रारंभ की गई है। जिसमें 800 दिनों में लगभग दो लाख प्रतिनिधि राजधानी आएंगे। इस योजना के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं, पंचायतों में किए जाने वाले विकास कार्यों, पंचायत प्रतिनिधियों की जवाबदेही के बारे मेें जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने गांव में पानी बचाने, हरियाली बढ़ाने और गांव को साफ-सुथरा बनाने और अपने गांव और पंचायतों को मार्च 2018 तक खुले में शौचमुक्त बनाने का आव्हान पंचायत प्रतिनिधियों से किया। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर दुर्ग जिले की पाटन जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती हर्षा रूकमणी चंद्राकर और पाटन की सरपंच श्रीमती सुनीता यादव ने हमर छत्तीसगढ़ योजना के अपने अनुभवों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के माध्यम से उन्हें अपने प्रदेश, अपनी धरोहर और संस्कृति के बारे में और अधिक जानने तथा खेती किसानी के आधुनिक तौर-तरीकों को देखने और समझने का मौका मिला। उन्होंने इस योजना को पंचायत प्रतिनिधियों के लिए काफी उपयोगी बताया।