सहकारी समितियों ने कोचियों और बिचौलियों से खरीदा धान, 78 मामले दर्ज, सबसे ज्यादा दुर्ग में
रायपुर।सिर्फ चार दिन पहले शुरू हुई धान खरीदी में अवैध संग्रहण के 78 मामले दर्ज हो गए हैं। सबसे ज्यादा 26 मामले दुर्ग जिले की सहकारी समितियों के हैं। मामले खाद्य, राजस्व, सहकारिता और मंडी बोर्ड द्वारा की गई कार्रवाई के बाद दर्ज किए गए हैं। समितियों द्वारा कोचियों और बिचौलियों से खरीदा गया करीब 6000 क्विंटल धान अब तक जब्त किया जा चुका है। इसके अलावा धान का परिवहन कर रहे 7 वाहन भी जब्त किए गए हैं।
– 15 नवंबर से प्रदेश के 1990 केंद्रों में धान खरीदी की जा रही है। कार्रवाई 31 जनवरी तक जारी रहेगी। इस बार खरीदी में ऐसी हेराफेरी को रोकने किसानों से तीन बार ही धान खरीदी की व्यवस्था की गई है।
– किसानों को धान बेचने के लिए असुविधा नहीं हो इसके लिए पहले से टोकन जारी किए जा रहे हैं। इस वर्ष किसानों को अधिकतम तीन बार धान बेचने की सुविधा दी गई है। धान बेचने से पूर्व टोकन लेना होगा जिसके साथ तिथि भी बताई जाएगी। निर्धारित तिथि पर किसान खरीदी केंद्र पर जाकर धान बेच सकता है। सरगुजा और बस्तर संभाग के कांकेर जिले के किसानों को टोकन लेने की अनिवार्यता से छूट दी गई है।
कल से मोटा, पतला और सरना तीनों की एक साथ खरीदी होगी
धान उत्पादक किसानों की सुविधा के लिए खरीदी व्यवस्था में एक और अहम बदलाव किया गया है। कल से किसान अगर मोटा, पतला और सरना तीनों धान एक साथ लाते हैं तो उनकी भी एक साथ खरीदी की जाएगी।