लाखों का मिडिल स्कूल भवन 14 वर्षों से अधूरा पायलीखंण्ड- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
सर्वोच्च छत्तीसगढ़ गरियाबंद। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के पायलीखण्ड को कौन नही जानता विश्व प्रसिद्ध हीरा खदान के नाम से यह पायलीखण्ड ग्राम देश दुनिया में जाना पहचाना जाता है । ग्राम पायलीखण्ड में विशेष पिछड़ी जनजाति भुजिया जाति के लोग ज्यादा निवास करते है जिनके विकास और उत्थान के लिए शासन द्वारा कई महात्वपूर्ण योजनाए संचालित किया जा रहा है भुजिया प्रोजेक्ट बनाकर इनके विकास के लिए लाखो करोड़ो रूपये सरकार द्वारा कागजो में खर्च किया जा रहा है ग्राम पायलीखण्ड में सन 1998 से प्राथमिक शाला व मिडिल स्कूल संचालित हो रही है प्राथमिक शाला में कुल दर्ज संख्या 30 है ,यहां प्राथमिक शाला भवन की हालत पहले से जर्जर व बदत्तर हो गई है
इस प्राथमिक शाला में सिर्फ दो कमरे है एक कमरे में कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चे पढ़ाई करते है और इन्हे पढ़ाने के लिए दो शिक्षक शासन द्वारा तैनात किये गये है तो दूसरे कमरे में कक्षा छटवीं से आठवीं तक तीन कक्षा एक साथ संचालित होती है एैसे में यहंा की पढ़ाई किसी जादूगरी से कम नही है। शासन द्वारा वर्ष 2006 में यहां मिडिल स्कूल भवन के लिए पांच लाख रूपये स्वीकृत किया था सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा निर्माण किये जा रहे यह मिडिल स्कूल भवन आज 14 वर्षो बाद भी अधुरा पड़ा हुआ है जिसकी जानकारी विभाग के आला अधिकारियों को होने के बावजूद अब तक इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है यहां प्राथमिक शाला अब तक शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नही हो पाया है बाहर से शौचालय को चकाचक कर दिया गया है लेकिन अब तक इसके लिए सेप्टिक टैंक व सीट नही बिठाया गया है ।
सरपंच ने बताया
ग्राम पंचायत जागड़ा के सरपंच चमार सिंह ने बताया कि ग्राम पयलीखण्ड में मिडिल स्कूल भवन अधुरा है जिसे पूरा करने कई बार विभाग को पत्र लिखा गया है स्कूल भवन के अभाव में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
चमारसिंह सरपंच ग्राम पंचायत जागड़ा
सर्व शिक्षा अभियान के विकासखण्ड स्रोत समन्वयक ए आर टाडिया ने चर्चा में बताया पायलीखंड में मिडिल स्कूल भवन के लिए वर्ष 2005 में 5 लाख 17 हजार रूपये स्वीकृत किये गये थे निर्माण ऐंजेंसी द्वारा अब तक कार्य पूर्ण नही करने के कारण वसूली प्रकरण तैयार किया गया है।
ए आर टांडिया बी आर सी सी मैनपुर