छत्तीसगढ़

जिला कप्तान के निर्देश पर जिला के थाना क्षेत्रों में देर शाम वाहनों की किया गया चेकिंग…

बालोद/डौण्डी लोहारा/गुरुर :- आज शाम बालोद जिले के कई थाना क्षेत्रों व नगर में पुलिस अधिकारियों ने मुख्य मार्गो में...

गांव के भीतर जंगली मादा भालू ने बच्चें को दिया जन्म, भालू के बच्चें को देखने लगी ग्रामीणों की भींड- इतेश सोनी गरियाबंद

भालू के बच्चें को देखने लगी भींड को काबू करने में वन विभाग के अधिकारियों को करना पडा मशक्कत,देर रात...

गदहीडीही व फिंगेश्वर में 46 किसानों को चना और गेहूं का वितरण किया

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता गरियाबंद / कोपरा |जनपद उपाध्यक्ष के हाथों किया गया रबी बीज का वितरण आज दिनांक 24.11.2020...

आश्रित ग्राम मुड़तराई में मितानिनों को साड़ी व श्रीफल से सम्मानित किया

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता गरियाबंद / राजिम | कोपरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत जेन्जरा के आश्रित ग्राम मुड़तराई में मितानिन...

गुमशुदा ,जंगल मे मिली लाश के आरोपियों को ,पुलिस ने धर दबोचा ,

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | पाण्डुका थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुम्हरमरा के जंगल में कुछ दिनों पहले...

घटारानी में पानी की किल्लत, यात्रीगण , व्यपारीगण ,परेशान ,समिति मौन

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद गरियाबंद / जमाहि | छत्तीसगढ़ प्रदेश की प्रसिद्ध पर्यटन स्थल घटारानी में यात्रियों...

भूकंप और सुनामी की चेतावनी – 10 दिसंबर से 30 जनवरी तक हिमालय के तटीय क्षेत्र, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, म.प्र., मध्य एशिया, इंडोनेशिया में भूकंप व सुनामी आ सकते है | सूर्योदय या सूर्यग्रहण से 3 घंटे पहले और सूर्योदय या सूर्यग्रहण से 3 घंटे बाद तक ही ख़तरा रहेगा – तीव कुमार सोनी (पत्रकार एवं रिसर्चर)

भूकंप और सुनामी की चेतावनी - 10 दिसंबर से 30 जनवरी तक हिमालय के तटीय क्षेत्र, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, म.प्र.,...

गृहमंत्री का हुआ भव्य स्वागत ,बैलगाड़ी पर हुये सवार , क्षेत्र की समस्याओं को सुनी

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | छत्तीसगढ़ प्रदेश के गृह मंत्री एवं गरियाबंद जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज...

नाबालिक को बहला फुसलाकर दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार आरोपी को रायपुर के रामनगर छेत्र से लिया गया हिरासत में- इतेश सोनी गरियाबंद

थाना मैनपुर द्वारा 3 दिन में 02 नाबालिक को किया गया रायपुर से बरामद इतेश सोनी गरियाबंद - जिला गरियाबंद...

सड़क परसूली में मितानिन दिवस मनाया गया , श्रीफल व साड़ी से किया सम्मनित

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | गरियाबंद क्षेत्र के ग्राम पंचायत सड़क परसुली में मितानिन दिवस मनाया गया।...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।