छत्तीसगढ़

स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप और लोक निर्माण मंत्री श्री मूणत द्वारा मायाराम सुरजन कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल में नवनर्मित ऑडिटोरियम का हुआ शुभारंभ*

*स्कूल शिक्षा मंत्री श्री कश्यप और लोक निर्माण मंत्री श्री मूणत द्वारा मायाराम सुरजन कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल में नवनर्मित...

संगीत नगरी में मुख्यमंत्री आबादी पट्टा वितरण कार्यक्रम सम्पन्न*

*संगीत नगरी में मुख्यमंत्री आबादी पट्टा वितरण कार्यक्रम सम्पन्न* खैरागढ़ः- नगर पालिका परिषद खैरागढ़ के द्वारा मंगल भवन में आयोजित...

विधायकों के बाद मुख्यमंत्री से 15 वर्षों का हिसाब मांगेगी ‘आप’*24 अगस्त को होगा सभी एसडीएम कार्यालयों का घेराव मुख्यमंत्री के नाम सौंपे जाएंगे ज्ञापन*

*विधायकों के बाद मुख्यमंत्री से 15 वर्षों का हिसाब मांगेगी 'आप'* *24 अगस्त को होगा सभी एसडीएम कार्यालयों का घेराव...

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में 15 सालो से नहीं है कोई बाघ, उड़ीसा के बाघों को अपना बाघ होने का ढिंढोरा पिट कर वन विभाग ने उड़ा डाले 14 करोड़*

*उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में 15 सालो से नहीं है कोई बाघ, उड़ीसा के बाघों को अपना बाघ होने का...

महासमुंद सांसद श्री चंदू लाल साहू जी आज महासमुंद में प्रेस क्लब भवन का लोकार्पण कार्यक्रम में हुए शामिल,महासमुंद व गरियाबंद जिले के विभिन्न कार्यक्रमो में भी हुए शामिल

महासमुंद सांसद श्री चंदू लाल साहू जी आज महासमुंद में प्रेस क्लब भवन का लोकार्पण कार्यक्रम में हुए शामिल,महासमुंद व...

गरियाबंद जिला प्रशासन की वेबसाईट में है बाघ और ब्लैक पैंथर का फर्जी फोटो,अन्य स्थान का फोटो डाल कर बताया गया है उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का फोटो …

गरियाबंद जिला प्रशासन की वेबसाईट में है बाघ और ब्लैक पैंथर का फर्जी फोटो,अन्य स्थान का फोटो डाल कर बताया...

मृत बच्चे के परिवार को मिला मुख्यमंत्री आबादी पट्टा…

*दो दिन पूर्व बेमेतरा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नं 19 में अब्दुल बकर/सिद्दीक रिजवी के घर में अत्यंत दुखद...

गुरु पूर्णिमा पर्व पर राजराजेश्वरी की होगी विशेष पूजा…

गुरु पूर्णिमा पर्व पर राजराजेश्वरी की होगी विशेष पूजा। रायपुर के बोरियाकला में स्थित जगदगुरु शंकराचार्य आश्रम में परम पवित्र...

शासकीय उच्च.माध्यमिक विद्यालय जेवरा में लगा विधिक साक्षरता शिविर…

शासकीय उच्च.माध्यमिक विद्यालय जेवरा में लगा विधिक साक्षरता शिविर बच्चों ने जाने कानूनी अधिकार विधिक साक्षरता क्लब का भी विद्यालय...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।