शिवशंकर सोनपिपरे

नवनिर्वाचित जनपद सदस्य डाकेश्वर नेगी ने निकाली आभार रैली जनता से किया आभार व्यक्त – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

मैनपुर:- जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 01 भाठीगढ़, हरदीभाठा, गोपाालपुर सहित छोटे गोबरा से नवनिर्वाचित जनपद सदस्य डाकेश्वर नेगी ने अपने...

प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस टीकाकरण के संबंध में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को दी गई जानकारी – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

मैनपुरः- तहसील मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मैनपुर में जिला स्तरीय अंतर वैयक्तिक संचार कौशल प्रशिक्षण ब्रिज ट्रेनिंग के द्वितीय...

सीआरपीएफ के जवानो ने सिविक एक्शन के तहत ग्रामाीणो को बांटे साल कंबल – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

मैनपुर - तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 30 किमी दूर पायलीखंड जुगांड में तैनात सीआरपीएफ ई 211 वीं बटालियन द्वारा...

नवनिर्वाचित सरपंच सहदेव साण्डे सरपंच संघ अध्यक्ष हेतु अपनी दावेदारी ठोक रहे – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद मैनपुर:- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत बोईरगांव से 580 मतो से जीतने वाले नवनिर्वाचित...

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के हैट्रिक से मैनपुर में जश्न माहौल – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद सर्वोच्च छत्तीसगढ़ गरियाबंद मैनपुर । दिल्ली में आम आदमी पार्टी की दो तिहाई से ऊपर...

जनविरोधी बजट के खिलाफ वाम पार्टियों का देशव्यापी विरोध सप्ताह कल से

◆ मोदी सरकार के जनविरोधी बजट के खिलाफ वामपंथी पार्टियों ने 12-18 फरवरी तक देशव्यापी विरोध सप्ताह मनाने की घोषणा...

छत्तीसगढ़ बरई (तम्बोली) समाज महासभा अधिवेशन 2020 में दुर्ग के कुमुद कौशल निर्विरोध सभापति निर्वाचित हुए।

7फरवरी से 9फरवरी 2020 तक आयोजित तीन दिवसीय महासभा में बरई समाज के हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।...

शोभा कैम्प में शहीद हरीशचन्द्र पाल की याद मे एक दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

मैनपुर:- तहसील मुख्यालय मैनपुर से 18 किमी दूर ए/211 बटालियन शोभा कैम्प में आज सोमवार को स्व. शहीद हरीश चन्द्र...

वक्ता मंच ने प्रदेश के 100 कलमकारों का सम्मान किया

रायपुर- प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक व साहित्यिक संस्था वक्ता मंच द्वारा आज 8 फरवरी को राजधानी के वृंदावन सभागृह में...

यूथ कांग्रेस के द्वारा भाजपा नेता धर्मेंद्र तिवारी के ऊपर एफ.आई. आर.की मांग….

रायपुर जिला यूथ कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी नेता धर्मेंद्र तिवारी पूर्व पार्षद द्वारा अपने फेसबुक आईडी से कांग्रेस पार्टी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।