शिवशंकर सोनपिपरे

लिटिल लेजेंड्स के बच्चो ने किया रास गरबा

जांजगीर-चांपा। लिटिल लेजेंड्स किड्स स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चो ने गरबा डे सेलिब्रेशन किया। नवरात्रि के अवसर पर धार्मिक गाने मे...

गांधी विचार पदयात्रा के तीसरे दिन मंत्री, विधायकों सहित बड़ी संख्या में शामिल हुए जनप्रतिनिधि

ग्राम चोरभट्टी, बगदेही, भेण्डरवानी व देवरी में आयोजित सभा में जनमानस को दिया गांधी की राह चलने का संदेश धमतरी।...

छग विस् अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने डोंगरगढ़ माँ बम्लेश्वरी, रतनपुर माँ महामाया के दर्शन कर मांगा प्रदेश में सुख समृद्धि का आर्शीवाद।

रायपुर - शारदीय नवरात्रि के सप्तमी पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने डोंगरगढ़ की माँ बम्लेश्वरी, रतनपुर की...

बड़ी खबर बालोद से : दो मासूमो को खोने के बाद भी. लापरवाही जारी है. ओड़ारसकरी पंचायत मे. जिला प्रशासन के आदेश का उल्लंघन..

रिपोर्टर. के. नागे के साथ आर. के देवांगन. की विशेष रिपोर्ट. बालोद. जिले के गुणडरदेही जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम...

आस्था विद्या मंदिर ने मनाया 20वां विश्व अंतरिक्ष सप्ताह 2019

दंतेवाड़ा/एजुकेशन सिटी: स्पेसपोर्ट इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से, शनिवार को 20वां विश्व अंतरिक्ष सप्ताह 2019 के अवसर पर दंतेवाड़ा जिले...

जिम्मेदार कारोबार को बढ़ावा देना कंपनी सचिवों का दायित्व : राष्ट्रपति

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि कंपनी सचिव एक प्रशासन पेशेवर और एक आंतरिक व्यापार भागीदार...

रक्षा मंत्री ने बैटल कैजुअल्टी के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता में चार गुना वृद्धि को दी मंजूरी

नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बैटल कैजुअल्टी (बीसी) की सभी श्रेणियों के लिए परिजनों को आर्थिक सहायता में वृद्धि...

आतंक से मिलकर लड़ेंगे भारत-बांग्लादेश, भारत स्थापित करेगा तटीय निगरानी प्रणाली

नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश ने आतंक को कतई बर्दाश्त नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) का संकल्प दोहराते हुए शनिवार को...

इस वर्ष भी 2500 रू प्रति क्विंटल के मान से खरीदा जाएगा मेहनतकश किसानों का धान-मुख्यमंत्री

धमतरी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा गौरव.ग्राम कण्डेल में...

किरण पब्लिक स्कूल के बच्चो ने दी मनमोहक प्रस्तुती

धमतरी । कुरूद में आयोजित गांधी विचार पदयात्रा के तहत छ.ग.प्रदेश कांग्र्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम और क्षेत्र के...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।