शिवशंकर सोनपिपरे

प्रदेश के वन, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री माननीय श्री महेश गागड़ा जी ने आज बीजापुर विधानसभा के ग्राम पंचायत मंगलनार के ग्राम गौराबेड़ा पहुंचे।

रायपुर, दिनांक 23/01/2018 - प्रदेश के वन, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री माननीय श्री महेश गागड़ा जी ने आज बीजापुर...

गरियाबंद – नगर शहर विकास को लेकर शासकीय धीमी गति से हो रही है नगर शहर विकास कार्यो में नगर पालिका गरियाबंद बिलकुल अग्रणी नहीं है

गरियाबंद – नगर शहर विकास को लेकर शासकीय धीमी गति से हो रही है नगर शहर विकास कार्यो में नगर...

प्रदेश के वन, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री माननीय श्री महेश गागड़ा जी, बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में अखिल भारतीय आदिवासी हल्बा समाज शाखा भैरमगढ़ द्वारा आयोजित सम्मेलन में सम्मिलित हुए।

रदेश के वन, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री माननीय श्री महेश गागड़ा जी, बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में अखिल भारतीय...

लोकप्रिय सांसद श्री चंदू लाल साहू जी मैनपुर में समीक्षा बैठक में हुए शामिल,अधिकारियों से विभागीय कार्ययोजना की जानकारी लेकर दिए आवश्यक निर्देश ।

महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद श्री चंदू लाल साहू जी आज जनपद पंचायत मैनपुर के सभागार में आयोजित किये...

हीरो यू.पी.एल. 2018 का भव्य शुभारम्भ….. युवाओ में दिखा उत्तर विधानसभा क्रिकेट प्रतियोगिता का भारी उत्साह

रायपुर | रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक एवं आयोजक श्रीचंद सुन्दरानी ने युवाओ को खेल के प्रति उत्साहित...

रायगढ़ ज़िला में ज़िला साहू संघ रायगढ़ द्वारा आयोजित कार्यक्रम

रायगढ़ ज़िला में ज़िला साहू संघ रायगढ़ द्वारा आयोजित युवक युवतियों सम्मेलन के कार्यक्रम में मान श्रीमती रमशिला साहू जी...

बालोद पी. डब्लू.डी. का कारनामा नये सड़क पर जारी है रिपेरिंग कार्य ….

बालोद.. जिले में सड़को का बुरा हाल है एक ओर लोक निर्माण विभाग के मंत्री राजेश मूढ़त घटिया सड़क निर्माण...

बृजमोहन अग्रवाल जी करेंगे बालोद का ध्वजारोहन :

रायपुर : गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल श्री टंडन राजधानी में, मुख्यमंत्री जगदलपुर में और विधानसभा अध्यक्ष बलौदाबाजार में फहराएंगे राष्ट्रीय...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।