गरियाबंद – नगर शहर विकास को लेकर शासकीय धीमी गति से हो रही है नगर शहर विकास कार्यो में नगर पालिका गरियाबंद बिलकुल अग्रणी नहीं है
गरियाबंद – नगर शहर विकास को लेकर शासकीय धीमी गति से हो रही है नगर शहर विकास कार्यो में नगर पालिका गरियाबंद बिलकुल अग्रणी नहीं है नगर के आम जनता लोगो को उम्मीद भरा विश्वास था की जिला बनने के बाद शहर का विकास तीव्र गति से होगा लेकिन शहर को आधे से अधीक आबादी वाले भूमि जमीं अवैध कब्जे का शिकार हो गये राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिला अध्यक्ष गेंद्लाला देवगन ने आरोप लगया है की नगर के प्रमुख बाजार का 9 एकड़ जमींन अवैध कब्जे के भेट चढ़ गए है यहां तक की बस स्टैंड का जमींन भी नहीं बक्सा गया है गांधी मैदान को खुला मॉडल मैदान बनना था अहाता बनने से आंम जनता निरशा हुई है गाँधी मैदान नगर का जज्बा था लेकिन भाजपा के शाशन राज में यह खो गया
शहर में गौरव पाथ निर्माण को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिलाअध्यक्ष ने नगर के शहर विकास कार्य को लेकर काफी रोष प्रकट करते हुए काहा की पिछले एक वर्ष से भूतेश्वरनाथ मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ है सड़क बिलकुल सकला घर से चिपका सड़क और सकला रोड सड़क के बीचो बिच टेडी मेढे डीवाईडर बनाये जा रहे है शासन के नियमो के अनुशार सड़क निर्माण कार्य और सड़क की लम्बाई चौड़ाई की गुणवक्ता सत्य से परे है जिला बनने के बाद नगरपालिका/ पालिकाअध्यक्ष उपाध्यक्ष एवम् सभी पार्षदगण नगर शहर विकास कार्य को लेकर नजर अंदाज किये हुए है
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिलमहासचिव व् प्रवक्ता लक्ष्मण सोनवानी ने शहर शहर विकास अड़े हाथ लेते हुए प्रशाशन को जीमेदार मानते हुए आरोप लगया है की गरियाबनद जिला मुख्यालय में जिला के प्रमुक्ख अनुविभागी कार्यालय एवं राजस्व तहसील के प्रर्मुख दरवाजे से लगभग करीब 10मीटर की कम दुरी पर दाई ओर राजस्व विभाग निजी जमीन अवैध कब्ज़ा कर के प्रशासन के खुले दफ्तर रौशनी के खेल में खुले आम दिन दहाड़े लाखो रुपए खर्च कर के अज्ञात लोगो द्वारा शाशन प्रशासन के जमीन पर बेखौफ करोणों रुपया रशि का बड़े पैमाने पर काम्प्लेक्स खड़े कर दिये और प्रशासन बेखबर रहे है जिसका जाच हो नगर के प्रमुख चिंद तालाब कि हालत ज्यादा ही जर्जर बतर हो चला है वर्तमान में तालाब की गहरीकरण कार्य में लीपापोती किया किय गया प्रशासन ने तालाब सौन्द्र्यकर्ण के नाम से निकाला पैसा नगर के प्रमुख स्थ्यानीय मान समान मांगने वाला दलाल एवं भ्रष्टाचार ठेकेदार के हाथो में यह कार्य पूर्ण होना था लेकिन पुरे का पुरे राशी उनके जेब में चला गया जिसे जाँच कराने की अति आवशयक है