नवापारा राजिम वीद्युत मंडल का कारनामा जानिए पीड़ित की जुबानी.

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यह जो फोटो और पोस्ट मैं आप सभी गणमान्य नागरिकों के साथ शेयर करने जा रहा हूं पहले चित्र में यह है हमारे छत्तीसगढ़ राज्य व विद्युत मंडल कंपनी मर्यादित पारा गांव गोबरा नवापारा के जूनियर इंजीनियर श्री प्रिंस कुमार मेश्राम जी कार्यालयीन समय पर यह अपना निजी (घरेलु) काम निपटाते हैं इन्हें मोबाइल फोन करने पर यह कस्टमर उपभोक्ता (कन्ज्यूमर) का फोन अटेंड नहीं करते हैं नहीं अपने ऑफिस में बैठते हैं और गलती से अगर फोन भी उठा लेते हैं तो बेतुका जवाब देते हैं कि मैं इस काम में बिजी हूं मैं उस काम में बिजी हूं मैं असिस्टेंट इंजीनियर और हमारे आदरणीय डी साहब श्री के एल वर्मा जी से पूछना चाहता हूं कि इतना काम इस आदरणीय को क्यों दिया जाता है कि उनको अपना ऑफिस छोड़कर जाना पड़े ऐसा


एक ऐसा ही किस्सा कल मेरे साथ घटित हुआ समय था अपरहांत 3:00 बजे (दिनांक 19-01-2018दिन सुक्रवार ) का मैं बिजली ऑफिस गया अपने दूकान के बिजली बिल सम्बंधित त्रुटि को सुधरवाने तो बिजली ऑफिस में ताला लटका हुआ था जिसका जीता जागता उदाहरण मैं आपके सामने पोस्ट कर रहा हूं आप सभी को पता होगा कि कल शुक्रवार था और शुक्रवार के दिन किसी सरकारी ऑफिस में ताला नहीं लगता है मै उसके बाद बाजू में बैठे एक कर्मचारी को मैंने पूछा कि ऑफिस में ताला क्यों लगा है तो उन्होंने कहा कि मैं खाना खाकर आराम कर रहा हूं तुमको किससे काम है 5:00 बजे के बाद आना अभी ऑफिस बंद है ऐसा वहां मौजूद एक सिन्हा जी ने कहा जिसकी शिकायत मैंने असिस्टेंट इंजीनियर श्री सतीश कुमार जी किंडो (अस्सिस्टेंट इंजीनियर) से किया मैं किंडो सर का बहुत -बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया मुझे वहां बैठा कर समझाया की आप थोड़ी देर बाद आ जाइए अभी कर्मचारी नहीं है वह किसी काम से गए हुए हैं मैं इस जूनियर इंजिनियर की शिकायत दोबारा प्रधानमंत्री से करूंगा क्योंकि इनकी विभाग में इन्हें बचाने का प्रयास किया जाता है कई बार शिकायत करने के बाद भी ये बाज नहीं आ रहे हैं और यह मेरी ही शिकायत नहीं है और ना ही मेरे द्वारा की जा रही है इसके रस्ट से व्यवहार से इन के ऑफिस स्टाफ के कई लोग हमसे नाराज हैं पता नहीं अपने आप को क्या समझता है कलेक्टर समझता है अपने आपको या प्रधानमंत्री समझता है हर एक आम नागरिक का अधिकार है की वह विभाग के संबंधित अधिकारी को फोन लगाकर बात कर सकता है मगर यह फोन तो दूर फोन अटेंड नहीं करते हैं लाख बार फोन करने के बाद इनका फोन घंटी जाता जरूर है फिर कुछ देर बाद आउट ऑफ़ कवरेज एरिया बताता है असिस्टेंट इंजीनियर श्री सतीश कुमार जी किण्डो जी का मैं सादर धन्यवाद ज्ञापित करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे बहुत ही अच्छा सलाह दिया और उन्होंने मेरी मदद की उनको देखकर प्रिंस कुमार मेश्राम जूनियर इंजीनियर को कुछ सीखना चाहिए ताकि कल के दिन किसी और कंजूमर के साथ ऐसा अन्याय गलत व्यवहार ना हो।
पृथक पृथक से मैं आप सभी ग्राहकों को बताना चाहता हूं कि मेरे दुकान का बिल 318 पर आया है मगर उसमें सरचार्ज और SD जुड़कर 1980 रूपय हो गए हैं मेरे दुकान की 1 महीने की खपत है 53 यूनिट मगर उन्होंने और इनके गलती के कारण मेरे दुकान का बिल आ गया 1980रू और आपको बताना चाहूंगा कि राजीम डीसी में नए कनेक्शन के लिए 1700से ₹1800 रूलिया जाता है मगर वही कनेक्शन के लिए पारागांव स्थित बिजली ऑफिस में 3500से ₹4000 मोटी रकम ग्राहकों की जेब से वसूला जाता है ऐसा अन्याय हम कब तक सहते रहेंगे यहां सभी का सेटिंग है एक का सेटिंग था उसका ट्रांसफर अभी चंपारण के आस-पास हुआ है उस कर्मचारी का नगर के बड़े बड़े सेठ लोगों से सेटिंग है इसी कारण वह उनका काम तुरंत कर देता है नाम तो नहीं बताना चाहूंगा मगर वह समझ जायेगा होगा इस पोस्ट को पढ़कर ग्राहकों के साथ ऐसा अन्याय ना करें ऊपरवाला देख रहा है आज नहीं तो कल इसका परिणाम आपको मिलेगा ही।

निवेदक -कृष्णा मेश्राम(पीड़ित कंज्यूमर)
आर.टी.आई.कार्यकर्ता
गोबरा नवापारा
मो.नं.-9009328567

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