*धान खरीदी केन्द्रो का औचक निरीक्षण डा उषा ध्रुव सहायक आयुक्त सहकारिता व देवभोग तहसीलदार चितेश कुमार देवांगन ने किया तेल नदी पार सभी धान खरीदी उपार्जन केन्द्रो का निरीक्षण*

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*धान खरीदी केन्द्रो का औचक निरीक्षण डा उषा ध्रुव सहायक आयुक्त सहकारिता व देवभोग तहसीलदार चितेश कुमार देवांगन ने किया तेल नदी पार सभी धान खरीदी उपार्जन केन्द्रो का निरीक्षण*

 

रिपोर्ट :-नागेश्वर मोरे

 

 

गरियाबंद (देवभोग )- आज 28 नवम्बर, गुरुवार को तेल नदी पार छत्तीस गांवों के धान खरीदी उपार्जन केन्द्रों में छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान खरीदी कि प्रक्रिया शुरू हो गई है, इस संबंध में डा. उषा ध्रुव सहायक आयुक्त सहकारिता विभाग ने सभी धान खरीदी उपार्जन केन्द्र के कर्मचारियों व नव नियुक्त प्राधिकृत अधिकारीयों से उपार्जन केन्द्र में धान खरीदी में किसानों से किसी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा गया। ताकि किसान सुगमता से धान बेच सके। इसी बीच देवभोग क्षेत्र के धान खरीदी उपार्जन केन्द्र दिवान मुड़ा, झाखरपारा, झिरी पानी व निष्ठीगुडा़ में ओचित्य निरीक्षण किया गया। तथा उन्होंने यह कहा कि किसानों से धान खरीदी कि जाए और उन्हें जिस किसी की आवश्यकता होती है तो उसे तुरंत व्यवस्था करवाई जाए। उपार्जन केन्द्र में बारदाना, धान खरीदी में गड़बड़ी जैसे मुख्य तथ्यों को ध्यान में रखकर किसानों को सुव्यवस्थित करना अनिवार्य है। तेल नदी पार छत्तीस गांवों के धान खरीदी उपार्जन केन्द्रों में सूक्ष्मता से पूछताछ कर निरीक्षण किया गया।

तेल नदी पार छत्तीस गांवों के धान खरीदी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी को लेकर साथ में देवभोग तहसीलदार चितेश कुमार देवांगन भी धान खरीदी उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए कहा कि, इस बार किसी भी प्रकार कि समस्या नहीं है क्योंकि इस साल धान खरीदी जल्द शुरू हुई है। तथा किसान अपने धान विक्रय करने उपार्जन केन्द्र का चक्कर काटना नहीं पड़ेगा, स्वयं ही अपने मोबाइल से टोकन कटवाकर उपार्जन केन्द्र में धान बेच सकते हैं। तहसीलदार देवांगन ने कहा कि धान खरीदी उपार्जन केन्द्र सब भलीभांति से संचालित हो रही है। स्थानीय ग्रामीण किसानों से भी वार्तालाप हुआ और उन्हें यह भी पूछा गया कि क्या किसी आवश्यक व्यवस्थाएं में कोई परेशानी हो रही है, तो उन्होंने कहा कि हमें कोई भी परेशान तो नहीं है, किंतु राइस मील से प्राप्त किया गया पुराना बारदानें में ही धान खरीदी कि जा रही है। इसी बीच संबंधित सभी कर्मचारियों व नव नियुक्त प्राधिकृत अधिकारीयों ने कहा कि इस साल किसान बहुत ही हर्ष के साथ धान उपार्जन केन्द्र में बेच रहे है, क्यों कि पिछले साल अल्प बारिश हुई जिससे खेतों में धान फसल नहीं हुई इसी वजह से किसान अपने पट्टे में एक भी दाना धान नहीं बेच पाए। गौरतलब है कि इस साल धान खरीदी उपार्जन केन्द्र में जाकर भीड़ लगाना नहीं पड़ रहा है, किसान स्वयं ही अपने मोबाइल से टोकन काट कर अपने सुविधा अनुसार ही धान बेच रहे हैं। इसी साल छोटे किसान 2 टोकन काट सकते हैं ,तथा बड़े किसान 3 टोकन काटने की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*

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