*वक्ता मंच द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार चेतन भारती का अभिनंदन किया गया ..*
*वक्ता मंच द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार चेतन भारती का अभिनंदन किया गया ..*
रायपुर l प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार चेतन भारती के 79 वें जन्मदिन के अवसर पर अग्रणी संस्था वक्ता मंच द्वारा पेंशनर समाज भवन रायपुर में उनका अभिनंदन किया गया l इस अवसर पर सरस काव्य गोष्ठी भी संपन्न हुई l कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यातायात प्रशिक्षक टी के भोई थे तथा अध्यक्षता वरिष्ठ कवि सुनील पांडे ने की l वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू के शानदार संचालन में संपन्न इस भव्य आयोजन में चेतन भारती की लंबी साहित्यिक यात्रा का उल्लेख करते हुए उपस्थित प्रबुद्धजनों ने शाल, श्री फल, पुष्पहार एवं मोमेंटो प्रदान कर उनका नागरिक अभिनन्दन करते हुए उनके सुदीर्घ जीवन की कामना की l इस अवसर पर चेतन भारती ने कहा कि वे अपना शेष जीवन भी साहित्य साधना हेतु समर्पित कर देंगे l इस अवसर पर संपन्न काव्य गोष्ठी में शुभम साहू,चेतन भारती, टी के भोई, सुनील पांडे, श्रीमती मधु तिवारी, श्रीमती जागृति मिश्रा, श्रीमती शिवानी मिश्रा, योगेश शर्मा “योगी”, तामेश्वर साहू, बलजीत कौर, अभिशेष श्रीवास्तव, संजय देवांगन, रामचंद्र श्रीवास्तव, कमल चंद्रवंशी, सुप्रिया शर्मा, राजेंद्र रायपुरिया, परम कुमार,उपेन्द्र अग्रवाल, कुमार जगदलवी, सुरेश कुमार शर्मा, अनिल राय “भारत”, आरव शुक्ला, विवेक भट्ट, यशवंत यदु, डॉ राजेंद्र पाटकर “स्नेहिल”, राजाराम रसिक, ऋषि कुमार साव, भारती यादव “मेधा”, श्रीमती कल्याणी तिवारी, सुमन शर्मा, मंजूषा अग्रवाल, निवेदिता वर्मा “मेघा” ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की l प्रमुख प्रस्तुतियां इस प्रकार रही:-
योगेश शर्मा ‘योगी ‘:-
मीठे मीठे बोल हमारे
मीठी मीठी बोली
छत्तीसगढ़ की माटी अपनी
जैसे चंदन रोली l
मिश्री सा मीठा लगता है
महानदी का पानी
कौसल का यह कौशल है
जैसे चुनर धानी l
उपेंद्र अग्रवाल “आर्य”:-
हंसते को हंसता देख नहीं सकती
प्यार को सबमें बाँट नहीं सकती
रोते को और रुलाती है दुनिया
क्या चाहती है दुनिया
सुप्रिया शर्मा:-
लोहे और चुंबक में है जो आकर्षण
वही मोबाइल और मानव के बीच हो गया है
बड़ा मोह हो गया है
पल भर की दूरी भी नागवार है हमको
मोबाइल प्राण और इंटरनेट रक्त संचार हो गया है
अभिषेक श्रीवास्तव:-
सज गई माता की चौखट
बाजे भक्तों के ढोल
जयकारों से गूंजे नगर
जागे भक्ति के बोल
रामचंद्र श्रीवास्तव:-
त्रेता है श्री राम का, दशरथ नंदन राम का
धर्म विजय का है प्रतीक, जो श्री रामेश्वर धाम का
त्रेता श्रवण कुमार का, माता पिता के प्यार का
श्राप में वर दशरथ जी पाये, पुत्र विष्णु अवतार का l
देर रात तक जारी काव्य गोष्ठी में 35 से अधिक कवियों ने अपनी धारदार प्रस्तुति से समां बांध दिया l