इंदागांव में उप तहसील कार्यालय खोलने की मांग को लेकर क्षेत्रवासी जिला कलेक्टर नम्रता गांधी से मुलाकात करते हुए अपनी समस्याओं के निराकरण की मांग करेंगें
संवाददाता कृष्ण कुमार त्रिपाठी अमलीपदर उपजिला ब्यूरो गरियाबंद मैनपुर:- आदिवासी विकासखंड मैनपुर क्षेत्र के ग्राम जांगड़ा, जुंगाड़, उदंती, तौरेंगा, कुर्रूभाठा, नागेश, साहेबिनकछार, कोदोमाली सहित दर्जनों ग्रामो के मुख्यालय इंदागांव में उप तहसील कार्यालय खोलने की मांग को लेकर क्षेत्रवासी जिला कलेक्टर नम्रता गांधी से मुलाकात करते हुए अपनी समस्याओं के निराकरण की मांग करेंगें। इंदागांव तौरेंगा क्षेत्र केे ग्रामीणो में गरियाबंद जिले मे युवा कलेक्टर नम्रता गांधी के नवनियुक्त होने के बाद क्षेत्र मे विकास की काफी उम्मीद जगी है ग्रामीणो ने बताया कि 6 ग्राम पंचायत जांगड़ा, तौरेंगा, अमाड़, कोयबा, इंदागांव, साहेबिनकछार, के मुख्यालय इंदागांव में जिसमें कई पाराटोला गांव समाहित है जिस विकास की गति मे होना चाहिए वह तेजी राज्य गठन के 20 वर्षो बाद भी नही आ पायी है यहां हाई स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा, सड़क सहित एक उपर्युक्त बैंक की दरकार है। क्षेत्रीय मुखिया अर्जुन सिंह नायक रूपसिंह मरकाम टीकम सिंह मांझी राजमन नेताम उमराव सिंह नागेश रूपसिंह बस्तीया नन्हेसिंह यादव मंगल सॉरी रूपेश मसीह हीरालाल ध्रुव शंकर लाल यादव क्षेत्रों कश्यप भुजबल ध्रुव दुरूप यादव रूपधर ध्रुव धनपत दंता लोखूलाल बस्तियां सतीश कुमार साहू चिंता याद, परमांनद पाथर, शंकर यादव, दुष्यन्त निर्मलकर, भवर लाल, डमरू, जगत, सत्यम साहू, ने बताया कि इंदागांव क्षेत्र का केंद्र बिंदु होने के साथ ही बैंक शाखा खोले जाने के लिए उपयुक्त स्थान है साथ ही यहा उप तहसील कार्यालय की अति आवश्यकता है इस ओर शासन प्रशासन को ध्यान दिया जाना जरूरी होगा इंदागांव तौरेंगा क्षेत्र जो पूरे 40 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ होने के साथ ही आदिवासी बाहुल्य इलाका है क्षेत्रवासियों को तहसील व राजस्व कार्य के लिये 30 से 40 किमी. दूर सफर तय करते हुए विकासखंड मुख्यालय मैनपुर तक तहसील कार्यालय आना पड़ता है जहां ग्रामीणों को पेशी प्रकरण सहित राजस्व कार्य निपटाने में पूरा दिन लग जाता है।ज्ञात हो कि पूर्व में ग्रामीणों के सुविधाओं को ध्यान मे रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इंदागांव में उप तहसील का घोषणा किए थे क्योंकि ग्रामीणों के मांग के अनुरूप राजस्व निपटारा हो सके उसके बाद से यहां प्रत्येक सप्ताह में दो दिन उप तहसील कार्यालय लगाकर राजस्व प्रकरणों का निपटारा भी किया जा रहा था लेकिन कोरोना काल के बाद यहां न तो उप तहसील कार्यालय लगता है और न ही राजस्व प्रकरणों को पूरा करने कोई शिविर लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर जन दर्शन में इस बात को प्रमुखता के साथ रखते हुए उप तहसील कार्यालय खोलने की मांग किया जायेगा साथ ही इस दिशा में कोई पहल नही होती है तो क्षेत्रवासी आंदोलन को बाध्य होंगें।