टाईगर रिजर्व में ना बाघ है ना बंदर – बाघ के नाम पर 50 करोड़ अन्दर | छत्तीसगढ़ के उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का है मामला |

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रायपुर | छत्तीसगढ़ के उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व कोई भी बाघ नहीं है उसके बाद भी वन विभाग के अधिकारियों ने बाघ के संरक्षण संवर्धन के नाम पर 50 करोड़ रूपये खर्च कर दिया है | 50 करोड़ रूपये की भारी भरकम राशि खर्च करने के बाद बाघ तो छोडिये जंगल में एक बन्दर भी नजर नहीं आता है | छतीसगढ़ राज्य के गरियाबंद और धमतरी जिलो के जंगल को मिला कर वर्ष 2009 में उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का गठन किया गया है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के गठन के बाद से आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है |

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व वन में बाघ नहीं है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ होने का वन विभाग का दावा झूठा और फर्जी है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में वन विभाग बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाता है और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाला जाता है और फिर बाघ का फोटो और मल होने की झूठी जानकारी शासन को देता आ रहा है | उड़ीसा के बाघों को अपना बाघ होने का ढिंढोरा पिट कर वन विभाग ने शासन प्रशासन को गुमराह करता है | वन विभाग उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ होने की झूठी जानकारी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण – NTCA को सालो से देता आ रहा है | वन विभाग ने बजट के लालच में शासन प्रशासन और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ होने की झूठी जानकारी देता है, जबकि उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है |

प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च के डायरेक्टर ,रिसर्चर , पत्रकार तीव कुमार सोनी ने वन विभाग द्वारा बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाने और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाले जाने की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण – NTCA  को वर्ष 2019 में किया था | बाघ के प्रमाण के रूप में वन विभाग केवल बाघ का फर्जी फोटो और मल दे कर बाघ होने का दावा करता आ रहा है | शिकायत किये जाने पर शासन प्रशासन ने वन विभाग की जम कर खबर लिया था और साफ़ निर्देश दिया था की यदि बाघ का फर्जी फोटो और फर्जी मल बनाया गया तो कठोर कार्यवाही किया जाएगा | उसके बाद वन विभाग ने बाघ का फर्जी फोटो और फर्जी मल बनाना बंद कर दिया था |

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