न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV) का शुभारंभ…

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न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (PCV) का शुभारंभ। बालोद–विकास खंड गुरूर में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ जी आर रावटे की उपस्थिति में15.6.21 को pcv वैक्सीन का उदघाटन किया गया जिनको नियमित टीककरण में शामिल किया गया है। उक्त अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा बीमारी के संक्रमण व बचाव के बारे में जानकारी दिया गया। न्यूमोकोकल बीमारी क्या है? यह बैक्टीरिया जनित बीमारी है जो 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को होने वाली निमोनिया का प्रमुख कारण है, बच्चों के श्वास नली में संक्रमण इनके संक्रमण से फेफड़ों में सूजन, पानी भरना, श्वास लेने में दिक्कत, ऑक्सीजन की कमी, खांसी, पसलियों का अधिक चलना गम्भीर समस्या होने पर बच्चे खाना पीना छोड़ देते हैं। न्यूमोकोकल बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अतिआवश्यक है PCV टीकाकरण से बच्चों में होने वाली न्यूमोकोकल बीमारी व मृत्यु को रोका जा सकता है दो साल से छोटे बच्चो में गम्भीर न्यूमोकोकल बीमारी का खतरा रहता है लेकिन इनसे भी ज्यादा खतरा एक साल तक के बच्चों में होता है। पी सी वी टीका शिशु की रक्षा करेगा साथ ही जीवाणु के फैलाव को समुदाय के अन्य बच्चो में फैलने के खतरे को कम करने में सहायक है।टीका ही बचाव का प्रभावी तरीका है। न्यूमोकोकल बीमारी से कौन सी बीमारी होती हैं? न्यूमोकोकल बीमारी से गम्भीर रोग जैसे मेनिनजाइटिस (दिमाग में संक्रमण) सेप्टीसीमिया और निमोनिया, इनके अलावा अन्य बीमारियां बच्चों में कान का पकना साइनूसाईंटिस। नियमित टीककरण में बच्चों को प्रथम खुराक 6 सप्ताह द्वीतिय खुराक 14 सप्ताह एवम् इनकी बूस्टर खुराक 9 से 12 माह पर दी जाएगी यह टीका पूर्ण सुरक्षित है किसी भी प्रकार के प्रतिकूल प्रभाव नहीं है। उदघाटन अवसर पर योगेश साहू बीपीएम, के आर उर्वशा बी ई टी ओ, गजेन्द्र मेश्राम आर एच ओ, प्रीति साहू ए एन एम, पद्मनी तारम एस एन व अन्य स्टॉफ उपस्थित थे। बालोद गुरुर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्ट

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