Day: December 25, 2021

नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी के बयान पर नेता प्रतिपक्ष ने किया पलटवार मांगा अध्यक्ष पद से इस्तीफा.

कृष्णा मेश्राम संवाददाता-सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज मो-8770229548 नवापारा राजिम- नगर पालिका परिषद वार्ड क्रमांक 14 में उपचुनाव को हुए हफ्ते भर...

नवापारा नगर यादव ठेठवार समाज महिला प्रकोष्ठ का किया गया गठन

कृष्णा मेश्राम संवाददाता-सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज मो-8770229548 -नगर यादव ठेठवार समाज की अध्यक्ष बनी श्रीमती झुनेश्वरी (कृति) यादव नवापारा राजिम-महिला प्रकोष्ठ...

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण गिरधारी साहू के बयान पर रतिराम साहू ने किया पलटवार-कहा कि सपना मैं नहीं तुम जैसे चाटुकार और तुम्हारे आका सपना देख रहे थे..

कृष्णा मेश्राम संवाददाता-सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ मो-8770229548 नवापारा राजिम- ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण गिरधारी साहू के बयान पर पूर्व ब्लॉक उपाध्यक्ष...

गांधी चौक नवापारा नगर में सात दिवसीय निशुल्क योग शिविर का आयोजन प्रारंभ… नवापारा राजिम-आज दिनांक 25 दिसंबर शनिवार को गांधी चौक नवापारा में योग शिविर का शुभारंभ हुआ !आज का सत्र योगाचार्य श्रीमान लाल जी साहू (पतंजलि योग समिति अभनपुर) ने यौगिक – जोगिंग से प्रारंभ किया !उसके बाद सूर्य नमस्कार, विभिन्न आसनों के माध्यम से बताया कि हम रोगों से कैसे बच पाएंगे और शरीर को स्वस्थ कैसे रख पाएंगे। प्राणायाम से हमारा आंतरिक उपचार होता है ,प्राणायाम से हमारे समस्त कोशिकाओं को शक्ति मिलती है।कार्यक्रम का संचालन YSS GROUP सदस्य बहन पायल बाफना जी ने किया !योगाचार्य लाल जी साहू जी एवं भानु प्रताप साहू सह- राज्य प्रभारी (पतंजलि युवा भारत छत्तीसगढ़ )का स्वागत समाजसेवी संस्था YSS GROUP के अध्यक्ष भाई अजय गोयल जी , कौशल अग्रवाल, प्रदीप बंगानी, अभिजीत चौधरी, तुकाराम कंसारी, संभव बाफना, हेमंत येशानी, कृष्णा भाटिया, ओम पोद्दार, पायल बाफना, अनिता अग्रवाल, रिंकू अग्रवाल एवं समस्त सदस्यों ने किया ।पतंजलि योग समिति अभनपुर की पूरी टीम के सदस्य लाकेश निर्मलकर ,नवीन शर्मा, कैलाश साहू,ओम प्रकाश साहू ,टीकम वर्मा, बिसाहू वर्मा , शिव तिवारी जी एवं नगर के वरिष्ठ नागरिक गणों ने जिसमें महिलाओं और बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर बड़े उत्साह के साथ योग का लाभ लिया।

कृष्णा मेश्राम संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ मो-8770229538

सुशासन दिवस के रूप में भाजपा नवापारा मण्डल ने मनाया अटल जी की जयंती..

कृष्णा मेश्राम संवाददाता-सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ मो-8770229548 नवापारा राजिम-भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।