छत्तीसगढ़

विरिष्ठ बीजेपी नेता “ब्यास नारायण कश्यप “बसपा में हुए शामिल जांजगीर चाम्पा से बने प्रत्याशी*

*बसपा ने अपने 7 प्रत्याशी घोषित किए, जांजगीर-चाम्पा के वरिष्ठ बीजेपी नेता ब्यास नारायण कश्यप बसपा में हुए शामिल जांजगीर...

जिला न्यायालय में दिव्यांगों व बुजुर्गो हेतु व्हील चेयर उपलब्ध…आशीष कंठले की रिपोर्ट…

जिला न्यायालय में दिव्यांगों व बुजुर्गो हेतु व्हील चेयर उपलब्ध... बेमेतरा - जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के...

कलेक्टर ने दिव्यांग मतदाता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना..आशीष कंठले की रिपोर्ट…

कलेक्टर ने दिव्यांग मतदाता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना... बेमेतरा - मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए...

मतदान केन्द्र में शस्त्र एवं मोबाईल फोन ले जाने की अनुमति नही… “आशीष कंठले की रिपोर्ट”

मतदान केन्द्र में शस्त्र एवं मोबाईल फोन ले जाने की अनुमति नही.... पीठासीन अधिकारियों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश बेमेतरा -...

भाजपा पार्षद व सभापति ने कलेक्टर को पद से सौंपा इस्तीफा…’आशीष कंठले की रिपोर्ट’

भाजपा पार्षद व सभापति ने कलेक्टर को पद से सौंपा इस्तीफा आक्रोशित पार्षद व वार्डवासियों ने अधूरे नाली निर्माण पूरा...

दो व्यक्ति के ऊपर जिलाबदर की कार्यवाही… आशीष कंठले की रिपोर्ट…

दो व्यक्ति के ऊपर जिलाबदर की कार्यवाही... बेमेतरा - कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी एम.डी. कावरे ने गुरूवार को एक आदेश...

नाम निर्देशन के लिये कलेक्टोरेट में तैयारी पूरी आज से नामांकन शुरू ..

नाम निर्देशन के लिये कलेक्टोरेट में तैयारी पूरी आज से नामांकन शुरू मीडियां से चर्चा में कलेक्टर ने नाम निर्देशन...

भूपेश बघेल के सामने रमन सिंह का नेतृत्व कमजोर भाजपा चिंतित : कांग्रेस…

  भूपेश बघेल के सामने रमन सिंह का नेतृत्व कमजोर भाजपा चिंतित : कांग्रेस...   अली बाबा चालीस चोर की...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।