छत्तीसगढ़

बच्चो को बाटा गणवेश दिया राशन निशुल्क पुस्तक का वितरण

जिला संवाददाता - उरेन्द्र कुमार साहू लोहरसी मो. 9098047551 कोपरा | ग्राम पंचायत लोहरसी शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्कूल में...

सिंचाई विभाग का बड़ा कारनामा. एक एसा कारनामा कि दंग रह जाएंगे. आप. पढ़ते रहे सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज.

रायपुर. बालोद. छत्तीसगढ़ के जीवन दायनी नदी महानदी. जिसके नाम पर जल संसाधन विभाग का बड़ा भू भाग सिंचित क्षेत्रों...

मुख्यमंत्री से 10 सूत्रीय मांग पत्र लेकर जनता को बुनियादी सुविधाएं दिलाने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंची अनीता ध्रुव ने सौपा ज्ञापन

धमतरी जिले के क्षेत्र क्रमांक 11 के जिला पंचायत सदस्य अनीता ध्रुव ने आज मुख्यमंत्री से सिहावा विधानसभा क्षेत्र की...

कोरोना काल में सादगी से मनाया जाएगा स्वतन्त्रता दिवस…

धमतरी जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते ज़िले में इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह सादगी से मनाया जाएगा। जिला...

श्री कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को - इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर गरियाबंद -भाद्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाने वाला भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव पर्व...

पाण्डुका थाना में कर्मचारियों के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताया गया

पुलिस अधीक्षक श्रीमान बीo आरo पटेल तथा अतरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुखनंदन राठौर एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री संजय के...

कमरछट में माँ अपनी संतान के लंबी उम्र की सुख समृद्धि के लिए हलषष्ठी का व्रत राखी

फिंगेश्वर | ग्राम पंचायत लोहरसी व ग्राम पंचायत सहसपुर में माताओ ने अपने संतान के लंबी उम्र की कामना के...

यातायात में पदस्थ पुलिस जवान ने ईमानदारी का परिचय देते हुए गुमा मोबाइल लौटाया

कांटेक्ट लिस्ट की सहायता से मोबाइल स्वामी का पता लगाकर किया वापस पुलिस अधीक्षक महोदय ने नगद इनाम से जवानों...

कोरोना पर जागरूकता:वक्ता मंच का धुंआधार प्रचार जारी

रायपुर।रायपुर जिला प्रशासन के निर्देश पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु आम जनता को शिक्षित करने वक्ता मंच ने आज...

बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा युवा कांग्रेस के द्वारा 9 अगस्त को भारतीय युवा कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर -बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा युवा कांग्रेस के द्वारा 9 अगस्त को भारतीय युवा कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया स्थापना...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।