सिंचाई विभाग का बड़ा कारनामा. एक एसा कारनामा कि दंग रह जाएंगे. आप. पढ़ते रहे सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज.
रायपुर. बालोद. छत्तीसगढ़ के जीवन दायनी नदी महानदी. जिसके नाम पर जल संसाधन विभाग का बड़ा भू भाग सिंचित क्षेत्रों में फैला हुआ है. महानदी जल प्रदाय योजना. खंड क्रमांक 38. जिसका पानी नहरों के माध्यम से हज़ारों किसानो का फसल तैयार होता है. जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है. लेकिन क्या आप जानते हैं. जिस महानदी जल प्रदाय योजना का लाभ पूरा क्षेत्र उठा रहे हैं. मे कार्यरत अधिकारियों कर्मचारियों का काम भगवान भरोसे रहते हैं. कार्य स्थल पर कभी कभार मिल जाय. तो बहुत है. नही तो आप समझ सकते हैं. पिछले वर्ष महानदी जल प्रदाय योजना के माइनर मे जगह जगह पर जीर्णोद्वार. व नवीन कार्य प्रारंभ हुआ. जिसमें पूर्व में लगे. टाइल्स पत्थरों को डिसमेंटल (खराब ) बता कर निकाल दिया गया है. गत वर्ष जबकि उसी पत्थरों को जहां जहाँ पर पर कार्य कराया गया है. पुराने पत्थरों को फिर से लगाया गया है. सोचने वाली बात यह है कि जिस पत्थर को खराब बता कर निकाल दिया गया है. तो फिर से वह पत्थर नया कब से हो गया नवीन कार्यो के लिए शासन द्वारा स्वीकृति दिया गया. फिर पुराने पत्थरों से निर्माण कर दिया गया है. अगर सरकार सूक्ष्म तरीके से जांच करती है. तो बहुत ही बड़ा खुलासा हो सकता है.