छत्तीसगढ़

*वक्ता मंच ने वृद्धाश्रम में “खुशियों वाली दीवाली” मनाई*

*वक्ता मंच ने वृद्धाश्रम में "खुशियों वाली दीवाली" मनाई*       रायपुर l  प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक एवं साहित्यिक...

भाजपा ने मध्य प्रदेश में की 634 रैलियां, प्रियंका-राहुल और खरगे से कहीं आगे पीएम मोदी

भोपाल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में का काउंटडाउन लगभग शुरू हो गया है। ऐसे में इस बीच बीजेपी-कांग्रेस सहित सभी...

लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान अवश्य करें, लोकतंत्र को समृद्ध बनायें

भोपाल निर्वाचन आयोग ने विधानसभा निर्वाचन 2023 में सभी मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली मतदाता सूचना पर्ची वितरित की है।...

सेमीफाइनल की हार के साथ ली दुखद विदाई, क्विंटन डी कॉक ने लिया वनडे क्रिकेट से संन्यास

मुंबई साउथ अफ्रीका के विस्टफोटक सलामी बल्लेबाज और विकेट कीपर क्विंटन डी कॉक ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया...

World Cup Final देखने स्टेडियम आएंगे PM मोदी और धोनी, खास एयर शो भी होगा

अहमदाबाद एक दिवसीय क्रिकेट विश्वकप 2023 का फाइनल रविवार को अहमदाबाद के मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।...

वोटर टर्न-आउट एप एवं सीईओ एमपी की वेबसाईट से नागरिक ले सकेंगे मतदान प्रतिशत की जानकारी

भोपाल मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए 17 नवम्बर को एक ही चरण में मतदान प्रक्रिया संपन्न होगी। मतदान के...

नंदमुरी बालकृष्ण के शो अनस्टॉपेबल में धमाल मचाएंगे रणबीर, रश्मिका मंदाना भी होंगी शामिल

नंदमुरी बालकृष्ण के शो अनस्टॉपेबल में धमाल मचाएंगे रणबीर, रश्मिका मंदाना भी होंगी शामिल मुंबई संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म...

बिग बैश लीग से हटे इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज हैरी ब्रूक

बिग बैश लीग से हटे इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज हैरी ब्रूक इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज हैरी ब्रूक बिग बैश लीग...

13वीं हॉकी इंडिया सीनियर पुरुष राष्ट्रीय चैम्पियनशिप 2023 आज से चेन्नई में होगी शुरू

नई दिल्ली 13वीं हॉकी इंडिया सीनियर पुरुष राष्ट्रीय चैंपियनशिप आज 17 नवंबर को चेन्नई, तमिलनाडु में शुरू होगी। टूर्नामेंट में...

यूक्रेन का खेरसॉन के पास नीपर नदी के पूर्वी किनारे पर मजबूत उपस्थिति का दावा

यूक्रेन का खेरसॉन के पास नीपर नदी के पूर्वी किनारे पर मजबूत उपस्थिति का दावा कीव  यूक्रेन और रूस के...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।