भाजपा ने मध्य प्रदेश में की 634 रैलियां, प्रियंका-राहुल और खरगे से कहीं आगे पीएम मोदी

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भोपाल

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में का काउंटडाउन लगभग शुरू हो गया है। ऐसे में इस बीच बीजेपी-कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हैं। कल होने वाले मतदान से पहले सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस ने प्रदेश में सैकड़ों रैलियां कीं। पीएम मोदी से लेकर अमित शाह और योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी के 39 नेताओं ने करीब 634 चुनावी रैलियों को संबोधित किया तो राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी सहित 40 नेताओं ने 350 जनसभाएं कीं। वहीं, आंकड़ो की बात करें तो बीजेपी के टॉप नेताओं ने अबतक प्रदेश में कुल 634 रैलियां कीं हैं, जबकि कांग्रेस ने 350 रैलियां कर चुकी है।

बीजेपी के स्टार प्रचारकों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टॉप पर थे और इसमें बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल थे। जबकि, कांग्रेस वक्ताओं में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, भाई-बहन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी और वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल थे।

प्रदेश के नेता भी दोनों दलों के अभियानों में शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के प्रचार अभियान के चेहरे कमलनाथ ने सौ से अधिक चुनावी रैलियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एमपी में 15 चुनावी जनसभाएं करके सत्ता विरोधी लहर को मात देने की कवायद की है। पीएम ने रतलाम, सीधी, सिवनी, खंडवा, दमोह, मुरैना, गुना, सतना, छतरपुर, नीमच, बड़मानी, इंदौर, बैतुल, शाजपुर और झाबुआ में जनसभाएं की हैं।

साथ ही इंदौर में उन्होंने ने रोड शो करके बीजेपी के पक्ष में सियासी माहौल बनाने की कवायद करते नजर आए। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी चुनावी अभियान को संभाल रखा, ऐसे में उन्होंने रैली ही नहीं बल्कि अलग-अलग इलाकों में बैठकें भी करके सियासी समीकरण को दुरुस्त करने की रणनीति अपनाई। शाह ने भी प्रदेश में 21 सभाएं की है, जिसमें भोपाल, जुन्नारदेव, जबलपुर, खजुराहो, रीवा, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, करैरा, मानपुरा, भितरवार, पिछौरा, श्योपुर, धार और सिरोंज में रैली करके ग्वालियर-चंबल, महाकौशल और मालवा-निमाड़ सहित विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र को साधने का दांव चला। शाह के बाद जेपी नड्डा ने 14 और राजनाथ सिंह ने 12 चुनावी सभाएं कीं। बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश और असम के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हिमंत बिस्वा सरमा को प्रमुख चुनावों के लिए प्रचार के लिए नियुक्त किया गया था। राज्य के नेताओं में चौहान ने पूरे राज्य में 165 रैलियां कीं। प्रचार के आखिरी दिन उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सप्ताह कितने थका देने वाले रहे हैं। सीएम ने कहा, 'मैं हेलीकॉप्टर से उतरते समय और चढ़ते समय भी दौड़ता था। फिर भी मैं केवल 165 रन ही बना सका।'

प्रदेश के मुख्यमंत्री के बाद सबसे ज्यादा सभाएं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया। उन्होंने 17 दिन में 80 रैलियों को संबोधित किया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 14 चुनावी जनसभाएं की हैं तो प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 55 जनसभाएं की हैं। इसके अलावा राजनाथ सिंह से लेकर नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर और स्मृति ईरानी सहित बीजेपी के 39 नेताओं ने एमपी में चुनाव प्रचार किया।

वहीं, कांग्रेस ने शिवराज सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए 350 चुनावी जनसभाएं की हैं। कांग्रेस के लिए खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सचिन पायलट रैलियां करने वाले लोकप्रिय नेताओं में से थे। कमलनाथ ने करीब 114 रैलियां संबोधित किया तो दिग्विजय सिंह ने 60 से ज्यादा रैलियां की है। कांग्रेस ने रणदीप सुरजेवाला से लेकर राज बब्बर, इमरान प्रतापगढ़ी, अरुण यादव, कांतिलाल भुरिया, अजय सिंह और डॉ.गोविंद सिंह से भी रैलियां. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आधा दर्जन चुनावी जनसभा को संबोधित किया।

 

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