छत्तीसगढ़

बाड़ी मे छुपाकर रखे 8 लीटर कच्चा महुआ शराब के साथ एक आरोपी गिरपतार – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर:- तहसील मुख्यालय मैनपुर से 4 किमी दूर ग्राम पंचायत मैनपुर कला के आश्रित ग्राम फुलझर में शनिवार...

शराब दुकान खोले जाने का वक्ता मंच ने विरोध किया:कल पोस्टर दिखाकर घरों से विरोध होगा

रायपुर।प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक एवं साहित्यिक संस्था वक्ता मंच ने लॉक डाउन के मध्य दिन में 11 घंटे शराब दुकाने...

जिला पंचायत सदस्य सहित गुरूर जनपद उपाध्यक्ष तोषन साहु ने. किया निरीक्षण..

बालोद. बालोद जिला अन्तर्गत गुरूर जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत घोघोपूरी एवं पेवरो मे मनरेगा कार्यो का निरीक्षण...

अरमरीकला महाविद्यालय के रा. सेवा. योजना के छात्रो का अनुकरणीय पहल.

बालोद.. वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए तथा इस कोरोना वायरस से बचने के लिए शासकीय महाविद्यालय अरमरीकला के "राष्ट्रीय...

माकपा कार्यकर्ताओं ने श्रमदान से खदान के पानी को तालाब की ओर मोड़ा : 1000 से ज्यादा परिवार होंगे लाभान्वित

कोरोना संकट के दौर में कोरबा माकपा द्वारा आम जनता को राहत देने के अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं।...

लाॅक डाउन के बीच दिन और रात को घंटो बिजली बंद होने से मैनपुर और देवभोग क्षेत्र के लाखों लोग हो रहे है परेशान- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर । इन दिनों लाॅक डाउन चल रहा है और लोग घरों से नही निकल रहे है, शासन...

मनरेगा एंव वन विभाग दैनिक वेतन भोगी एंव संविदा कर्मचारियों को काम से हटाने का किया आदेश – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद । लाकडाऊन मे इंसान , जानवरो के लिये भोजन , चारे की ब्यवस्था सरकार और समाजिक संस्था...

मूक प्राणियों को चारा खिलाकर वक्ता मंच ने राहत कार्य का 30 वा दिन मनाया

रायपुर।प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था वक्ता मंच द्वारा लॉक डाउन अवधि के दौरान चलाये जा रहे सेवा कार्यो का आज...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।