छत्तीसगढ़

गरियाबन्द – तेंदुआ खाल की तस्करी करते , आरोपियों को धर दबोचा

गरियाबंद पुलिस को तेंदुआ खाल की अवैध तस्करी पर चौथी बार मिली बड़ी सफलता पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबंद गरियाबंद...

भोला जगत के ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष बनने से कांग्रेस को होगा फ़ायदा और भाजपा को हो सकता है भारी नुकसान – ( सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज )

भोला जगत के ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष बनने से कांग्रेस को होगा फ़ायदा और भाजपा को हो सकता है भारी नुकसान...

गांव गांव में कोरोना जांच शिविर का आयोजन लोगों में उत्साह

बालोद–विकास खंड गुरूर में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ जी आर रावटे के निर्देशन व मार्गदर्शन में covid संक्रमण, नियंत्रण, बचाव...

छत्तीसगढ़ सर्व समाज महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बनी – बधुबाला रात्रे

छत्तीसगढ़ सर्व समाज महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बनी मधुबाला रात्रे पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द गरियाबन्द / फिंगेश्वर |...

मुड़तराई में भव्य शोभायात्रा के साथ भागवत कथा का हुआ आयोजन

मुड़तराई में भव्य शोभायात्रा के साथ भागवत कथा का हुआ शुभारंभ पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द गरियाबन्द | राजिम ध्रुव...

श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान में बढ़ चढ़कर सहयोग – चंद्रशेखर साहू

श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान में बढ़ चढ़कर सहयोग करें चंद्रशेखर साहू पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द गरियाबन्द | राजिम...

बारनवापारा परियोजना मण्डल के दैनिक भोगी कर्मचारियों ने नियमिति एवम स्थायीकरण की माँग की चर्चा हुई*

बारनवापारा परियोजना मण्डल के दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ का बैठक संपन्नमहासमुंद। दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ प...

नौकरी लगाने के नाम पर लाखो रूपये ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार ठगी के आरोपी को दुर्ग से किया गया गिरफ्तार अन्य जिलों में भी आरोपी द्वारा इसी प्रकार की गई है, ठगी-

बालोद–जिले के ग्राम बगदई थाना गुरूर क्षेत्र की 02 महिलाओं ने दिनांक 21.11.2020 को थाना हाजिरआकर लिखित आवेदन पेश किया...

पैरी स्टेडियम में 06 दिवसीय किक्रेट प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण में पहुचे जिला पंचायत अध्यक्ष – स्मृति ठाकुर

इतेश सोनी गरियाबंद। तहसील मुख्यालय मैनपुर से तीन किलोमीटर दुर पैरी उदगम स्थल स्थित पैरी मिनी स्टेडियम में लायंस किक्रेट...

नव नियुक्त राज्य सचिव से किया सौजन्य मुलाकात. चन्द्र शेखर पवार इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी बालोद के सदस्य…

बालोद–इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी जिला शाखा बालोद के सदस्य जिला संगठक चंद्रशेखर पवार व वालंटियर राकेश सोनटेके ने नवनियुक्त राज्य...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।