छत्तीसगढ़

संजय नेताम ने घायलों से मुलाकात कर जाना हालचाल,मरीजो को किये फल वितरण – तीव कुमार सोनी

संजय नेताम ने घायलों से मुलाकात कर जाना हालचाल,मरीजो को किये फल वितरण - तीव कुमार सोनी मैनपुर । बिन्द्रानवागढ़...

पैसे और दारू बाट रहे कार्यकर्ताओं ने की पत्रकारों से दबंगई, मंत्री ने फिर अपने गुर्गों को फोन पर कहा मामला रफा दफा करो…

पैसे और दारू बाट रहे कार्यकर्ताओं ने की पत्रकारों से दबंगई, मंत्री ने फिर अपने गुर्गों को फोन पर कहा...

बिन्द्रानवागढ़ के भाजपा प्रत्याशी डमरूधर पुजारी जी को मिला गरियाबंद सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष श्री देवेंद्र ठाकुर जी का साथ, पूरे क्षेत्र से मिल रहा अपार समर्थन – तीव कुमार सोनी

गरियाबंद । बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी डमरूधर पुजारी जी को गरियाबंद सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष श्री देवेंद्र ठाकुर जी...

सांसद श्री चंदूलाल साहू जी आज धमतरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खरेंगा व कंडेल में भाजपा प्रत्याशी श्रीमती रंजना दीपेन्द्र साहू के चुनाव प्रचार में हुए शामिल – तीव कुमार सोनी

धमतरी । महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद श्री चंदूलाल साहू जी आज धमतरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खरेंगा तथा...

महासमुंद सांसद श्री चंदूलाल साहू जी आज बसना व खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के सांकरा व कोमाखान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी के साथ आमसभा में हुए शामिल,भाजपा प्रत्याशियों के लिए किए चुनाव प्रचार – तीव कुमार सोनी

महासमुंद सांसद श्री चंदूलाल साहू जी आज बसना एवं खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के सांकरा व कोमाखान में आयोजित आमसभा में...

क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी चंदेल ने किये मतदाताओ से सम्पर्क…

क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी चंदेल ने किये मतदाताओ से सम्पर्क... बेमेतरा- भाजपा पार्टी के उम्मीदवार अवधेश सिंह चंदेल अपने चुनाव...

स्वास्थ्य की चिंता छोड़ प्रदेश की सरकार शराब बेच रही है , मतदाताओं के बीच जाकर योगेश तिवारी मांग रहे है समर्थन…

स्वास्थ्य की चिंता छोड़ प्रदेश की सरकार शराब बेच रही है , मतदाताओं के बीच जाकर योगेश तिवारी मांग रहे...

हर तबके की तरक्की और खुशहाली कांग्रेस की सोंच – गुरूदयाल बंजारे

हर तबके की तरक्की और खुशहाली कांग्रेस की सोंच - गुरूदयाल बंजारे मतदाताओं के बीच जनसंपर्क कर मांग रहे है...

प्रत्याशी अपना अपराधी रिकार्ड को कम प्रसार वाले अखबारो में करा रहे प्रकाशित…

बेमेतरा जिले के प्रत्याशी अपना अपराधी रिकार्ड को कम प्रसार वाले अखबारो में करा रहे प्रकाशित... कहीं निर्वाचन आयोग के...

गरियाबंद भाजपा जिला उपाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा – प्रचंड बहुमत से बनेगी चौथी बार भाजपा की सरकार ।

गरियाबंद भाजपा जिला उपाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा - प्रचंड बहुमत से बनेगी चौथी बार भाजपा की सरकार । मैनपुर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।