शिवशंकर सोनपिपरे

अमेरिका में भारतीय डॉक्टर ने हिंदू धर्म के लिए दान किए 33 करोड़ रुपये

अमेरिका में भारतीय डॉक्टर ने हिंदू धर्म के लिए दान किए 33 करोड़ रुपये वाशिंगटन  अमेरिका में रहने वाले भारतीय...

27 और 28 नवंबर को बिलासपुर संभाग के कुछ स्थानों में बारिश की संभावना

रायपुर मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में बादल छाए रहेंगे और आने...

सरकार किसकी? जिताएंगे फ्लोटिंग वोटर्स या पार लगाएगी लाड़ली बहना

भोपाल डेढ़ फीसदी महिला मतदान बढ़ने से भाजपा इसे लाडली बहना और कांग्रेस नारी सम्मान से जोड़ कर जीत के...

एयरपोर्ट डायरेक्टर को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग, केन्द्रीय मंत्री को लिखा पत्र

रायपुर छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति ने केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया को रायपुर एयरपोर्ट में चल रही पार्किंग...

घरेलू कामगारों के बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें: WBCPCR Chief

कोलकाता पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डब्ल्यूबीसीपीसीआर) की अध्यक्ष सुदेशना रॉय ने कोलकाता के विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों...

दूसरे T20 में गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की आस, Vizag में लुटाए थे रन

तिरुवनंतपुरम पहले मैच में खराब प्रदर्शन करने वाले भारत के युवा गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को दूसरे टी20 इंटरनेशनल...

मातम में बदल गई सगाई की खुशियां, सड़क हादसे में दो युवकों की मौत

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले ठेलकाडीह थाना क्षेत्र में शनिवार को सगाई का निमंत्रण देने जा रहे दो युवकों की सड़क हादसे में...

गुजरात के तापी में महिला को निर्वस्त्र करने का मामला सामने आया

अहमदाबाद गुजरात के तापी जिले के व्यारा में एक महिला को निर्वस्त्र करने का मामला सामने आया है। आरोप है...

भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए आज का दिन ऐतिहासिक : ज्योतिरादित्य सिंधिया

नई दिल्ली  केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साेशल मीडिया एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा है...

3 साल की मासूम के फेफड़े से निकाला गया 1.5 किलोग्राम का ट्यूमर

रायपुर डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर के हार्ट, चेस्ट और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में 3 साल की बच्ची के...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*