रामकृष्ण हॉस्पिटल ने बंद किये आयुष्मान कार्ड भटक रहे है डायलिसिस के मरीज…. हॉस्पिटल के सामने शासन भी लाचार … पढ़िए पूरी खबर…
रामकृष्ण हॉस्पिटल ने बंद किये आयुष्मान कार्ड भटक रहे है डायलिसिस के मरीज…. हॉस्पिटल के सामने शासन भी लाचार …
पढ़िए पूरी खबर…
डाइलिसिस के मरीजो ने बताया कि….
5 फ़रवरी को अचानक रायपुर के बड़े अस्पताल रामकृष्ण मे मरीजो का इलाज् बंद करने का आदेश
जिसका सबसे ज़्यादा असर किडनी के गंभीर मरीजो पर पड़ रहा है जिनका हफ्ते मे 3 बार डायलिसिस होता है उन्हे अस्पताल द्वारा आयुषमान द्वारा इलाज बंद बता के पैसे की डिमांड की जा रही है जबकी डायलिसिस के मरीजो का ब्लड टेस्ट भी फ्री होता है उसका भी हर महीने पैसा मांगा जाता है जहा मरीज पहले से ही अपनी बीमारी से परेशान है और अस्पताल उन्हे मरने क लिए छोड़ रहा है
डाइलिसिस के मरीजो ने यह भी बताया कि …
प्रशासन् भी लाचार दिख है बहुत सी शिकायतें माननीय स्वास्थ मंत्री को एवं मुख्यमंत्री जी से भी की गयी मगर कोई असर नहीं हुआ जबकी केंद्र मे और राज्य मे बीजेपी की सरकार है और ये प्रधानमंत्री जी की योजना का मजाक बनाया जा रहा है
जब डाइलिसिस के मरीजो से बात की गई तो सारी बात बताई की मुख्यमंत्री सहायता कोष से मरीजो ने अपना इलाज स्टार्ट करवाया जो कि सारा फंड शासन हॉस्पिटल को देगा
अब बताया जा रहा हैं कि शासन द्वारा हॉस्पिटल का बैलेंस बाकी है
इसलिए आयुष्मान कार्ड बंद कर दिया गया है। कम से कम 40से 50 मरीज तो केवल डायलिसिस के है जो हप्ते में 3 बार डाइलिसिस करवाते है उनके पास हर हप्ते का पैसा कहा से आएगा सोचने का विषय है। अगर आयुष्मान कार्ड बंद है तो
कम से कम मरीजो का इलाज तो जारी रखे।
इस बारे में जब हम रामकृष्ण हॉस्पिटल के संचालक को फोन लगया तो उठाये ही नही और न ही किसी पत्रकार का फोन उठा रहे है।
अब सोचने का विषय यह है कि
डायलिसिस के पेशेंट रामकृष्णा हॉस्पिटल में भटक रहे है और आयुष्मान कार्ड से वंचित है। उन मरीजो को फिर से सेवा दी जाएगी