शिवशंकर सोनपिपरे

कलेक्टर के दरवाजे पर ग्रामीण मजदूरों ने दिया धरना किसान सभा ने उठाई ग्रामीण मजदूरों की मांगे

चांपा-जांजगीर. ग्रामीण मजदूर महिलाओं की भारी संख्या के साथ आज सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों ने कचहरी चौक से जुलूस निकाला और...

छत्तीसगढ़ियो को रोजगार प्रदान करने की मांग को लेकर शिवसेना ने सौपा ज्ञापन……

शिवसेना जिलासचिव प्रफ़ुल्ल साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि रायपुर जिला के अंतर्गत शिक्षित बेरोजगारो की संख्या लगातार...

Breaking: पुलिस-माओवादी मुठभेड़ में CRPF का जवान शहीद, SP ने की पुष्टि

बीजापुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) जिले में पुलिस-माओवादी मुठभेड़ (Police-Maoist encounter) में सीआरपीएफ (CRPF) का एक जवान शहीद (martyred)...

DKS घोटाला: शासन डॉ. पुनीत गुप्ता को देगी विभागीय जांच के दस्तावेज, हाईकोर्ट का निर्देश

बिलासपुर. डीकेएस (दाऊ कल्याण सिंह) सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (DKS Hospital) में हुए करोड़ों के घोटाला मामले में बुधवार को हाईकोर्ट (High Court) ने...

आरसेप समझौता : खतरा अभी टला नहीं है — किसान सभा

छत्तीसगढ़ किसान सभा (CGKS) ने असमानतापूर्ण और अन्यायपूर्ण आरसेप व्यापार समझौते से मोदी सरकार के पीछे हटने को इस प्रस्तावित...

गरियाबंद में 33 लाख रुपये की खाद डालकर 36 पौधे भी नहीं बचा पाए जिम्मेदार

गरियाबंद. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद (Gariaband) जिला पंचायत 33 लाख रुपये की खाद डालकर भी 36 पौधे (Plant) तैयार नहीं...

रायपुर – आतंकी ‘केमिकल अली’ ने परिजनों को भेजे थे 1 करोड़, बैंक अकाउंट की जांच करेगी पुलिस

रायपुर. सिमी आतंकी (Simi terrorist) अजहरुद्दीन उर्फ केमिकल अली (Azharuddin aka Chemical Ali) की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस की नजर...

रायपुर – SMS भेजकर मांगी अकाउंट और एटीएम कार्ड डीटेल, फिर खाते से पार किया 90 हजार

रायपुर. अगर आपके फोन पर कोई एसएमएस (SMS) आए और आपसे बैंक की डीटेल (Bank Detal) पूछे, तो बिल्कुल भी...

2 वर्षों के बाद भी नहीं मिली शौचालय निर्माण की राशि ग्रामीणों ने घेरा जनपद- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 30 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत गोना के सैकड़ों महिला पुरूष ग्रामीणों ने सोमवार को...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*