बाघ साबित करने बाघ का फर्जी फोटो और फर्जी मल का जुगाड़, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के अधिकारियों के कारनामो का प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री, NTCA से की गयी है शिकायत – शिवशंकर सोनपीपरे एवं इतेश सोनी

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बाघ साबित करने बाघ का फर्जी फोटो और फर्जी मल का जुगाड़, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के अधिकारियों के कारनामो का प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री, NTCA से की गयी है शिकायत – शिवशंकर सोनपीपरे एवं इतेश सोनी

रायपुर | छतीसगढ़ राज्य के गरियाबंद और धमतरी जिलो के जंगल को मिला कर वर्ष 2009 में उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का गठन किया गया है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के गठन के बाद से आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है | जबकि वन विभाग ने बाघ के संरक्षण संवर्धन के नाम पर अब तक लगभग 40 करोड़ रुपया खर्च कर चुका है | करोडो खर्च करने के बाद भी आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है | बाघ का कोई भी प्रमाण नहीं मिलने के कारण राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकारण ntca ने उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बजट में 90% तक कटौती कर दिया है | इसी बिच प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च सोसाईटी के डायरेक्टर और बाघ रिसर्चकर्ता तीव कुमार सोनी ने आरोप लगाया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | वन विभाग बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाता है और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाला जाता है और फिर बाघ का फोटो और मल होने की झूठी जानकारी शासन को देता आ रहा है | सोनी आगे बताते है की वर्ष 2017 में जो बाघ का फोटो वन विभाग ने प्रस्तुत किया गया था वो फोटो फर्जी था | उड़ीसा के बाघों को अपना बाघ होने का ढिंढोरा पिट कर वन विभाग ने शासन प्रशासन को गुमराह किया था | वन विभाग उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ होने की झूठी जानकारी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण – NTCA को सालो से देता आ रहा है | वन विभाग ने बजट के लालच में इस बार भी शासन प्रशासन और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में 5 बाघ होने की झूठी जानकारी भेजा है, जबकि उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है |

वन विभाग द्वारा बनाए गए बाघ का फर्जी फोटो व फर्जी मल की प्रधानमंत्री और NTCA से की गयी है शिकायत –

प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च सोसाईटी के डायरेक्टर और बाघ रिसर्चकर्ता तीव कुमार सोनी ने वन विभाग द्वारा बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाने और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाले जाने की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण – NTCA को किया है | सोनी आगे बताते है की वन विभाग बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाते आ रहा है | प्रधान मंत्री को भेजे गए शिकायत पत्र में बिंदु वार शिकायत किया गया है की वन विभाग के पास बाघ की वंशावली की जानकारी कोई भी जानकारी नहीं है, 10 साल से बाघ है तो 10 साल के बाघों के पंजो का रिकार्ड वन विभाग के पास नहीं है, 10 साल से बाघों का मल का प्रमाण भी वन विभाग के पास नहीं है, 10 साल से बाघ ने किन जानवरों का शिकार किया उनका कंकाल कहा है जानकारी वन विभाग के पास नहीं है, 10 साल से बाघ है उनकी वंश वृद्धि नहीं हो रही है की जानकारी वन विभाग के पास नहीं है, 5 बाघ है तो आज तक किसी ने आंखो से क्यों नहीं देखा वन विभाग के पास जवाब नहीं है, 5 बाघ है तो आज तक उन बाघों का नामकरण क्यों नहीं किया गया है वन विभाग के पास जवाब नहीं है, 5 बाघ है तो कितने नर कितने मादा है वन विभाग के पास जवाब नहीं है | बाघ के प्रमाण के रूप में वन विभाग केवल बाघ का फर्जी फोटो और मल दे कर बाघ होने का दावा करता आ रहा है |

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में नहीं है बाघ, गरियाबंद वन मंडल और सोनाबेड़ा में है बाघ

प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च सोसाईटी के डायरेक्टर और बाघ रिसर्चकर्ता तीव कुमार सोनी ने उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के पुरे जंगलो का सर्वे किया गया है जिसमे पाया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में आरम्भ से ही कोई भी बाघ नहीं है, इसीलिए उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में आज तक बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है | बाघ तो उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बाहर के जंगलो में पाया जाता है | वन मंडल गरियाबंद व उड़ीसा के सोनाबेडा अभ्यारण्य के जंगलो में बाघ पाए जाते है | दरअसल उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का गलत सीमा निर्धारण किया गया है | जिन वन परिक्षेत्रो में बाघ पाये जाते है उन वन परिक्षेत्रो को टाईगर रिजर्व में शामिल ही नहीं किया गया है और जिन वन परिक्षेत्रो में बाघ नहीं पाये जाते है उन वन परीक्षेत्रो को टाईगर रिजर्व में शामिल कर दिया गया है | बाघ मुख्य रूप से वन मंडल गरियाबंद के दो सर्कल व उड़ीसा – सोनाबेडा अभ्यारण्य के एक सर्कल में पाया जाता है | इन सर्कलो में 4 से 6 बाघ है जिसका विवरण निम्नानुसार है : –

सर्कल 01 – गोबरा, भाठीगढ़ सर्कल में 1 से 2 बाघ का है | ( वन परिक्षेत्र मैनपुर)

सर्कल 02 – दबनई,सिंहार,सिकासार,धवलपुर,नवागढ़ सर्कल में 2 से 3 बाघ है

सर्कल 03 – सोनाबेडा अभ्यारण्य ( उड़ीसा ) में 2 से 3 बाघ है |

क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और आम नागरिको ने कहा उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में नहीं है बाघ –

प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च सोसाईटी के डायरेक्टर और बाघ रिसर्चकर्ता तीव कुमार सोनी के द्वारा उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं होने का आरोप लगाए जाने के बाद क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और आम नागरिको से भी चर्चा किया गया जिस पर सभी ने कहा की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | पुरे क्षेत्र के किसी भी आदमी ने आज तक यहाँ कोई भी बाघ नहीं देखा है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में वन भैसा है उसी को सभी लोग जानते है बाघ यहाँ पर नहीं है | इस प्रकार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और आम नागरिको का कहना की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ नहीं है | बाघ रिसर्चकर्ता तीव कुमार सोनी का भी कहना की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है तथा वन विभाग के पास बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण का नहीं होने से यह सत्य प्रतीत होता है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ मही है |

क्या कहते है जन प्रतिनिधि

मैं इसी क्षेत्र की निवासी हु | सालो से मैं जान रही हु की इस क्षेत्र में कोई भी बाघ नहीं है | इस संबंध में शिकायत की गयी है तो जिला पंचायत में बात रखी जायेगी और जांच भी कराई जायेगी | – लोकेश्वरी नेताम – जिला पंचायत सभापति गरियाबंद

रिसर्चकर्ता तीव कुमार सोनी मुझे बहुत समय से बताते आ रहे है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | मैं शासन को स्थिति के बारे में अवगत कराउंगा, माननीय मुख्यमंत्री जी ही निर्णय लेंगे – मनोज मिश्रा – अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस कमेटी

हा मैं जानता हु की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | बजट के लालच में वन विभाग कई सालो से शासन को गुमराह करता रहा है | मैं लगातार अपने पत्रिका में यह बात लिख रहा हु – प्रवीण देवांगन – सम्पादक – कौशल्या भूमि

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है, यह आदिवासियों के खिलाफ एक साजिश है | बाघ के नाम पर आदिवासियों को प्रताडीत किया जा रहा है | मैं जल्द ही टाईगर रिजर्व के खिलाफ आन्दोलन करूंगा – भोजलाल नेताम – नेता कम्युनिस्ट पार्टी

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