नदी किनारे तटबंध निर्माण की मांग करते थके किसान तहसील से लेकर कलेक्टरेट तक आवेदन नही हुई कोई कार्यवाही – क्षेत्र के किसान ( इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद )
मैनपुर – पिछले वर्षो की बारिश से और साल दर साल नदी किनारे कि कृषि भुमि लगातार टूटकर नदी मे तब्दील होता जा रहा है तटबंध निर्माण की मांग कर रहे क्षेत्र के किसानो की बातो को अनसुना कर बरबाद कई एकड़ खेतो का मुआवजा राशि अबतक नही मिल पाई है। क्षेत्र के पैरी नदी किनारे मैनपुर के ग्राम गोपालपुर, कोदोभाठ, भाठीगढ़, हरदीभाठा, गौरघाट के किसान तटबंध निर्माण की मांग लंबे समय से कर रहे है लेकिन इस ओर शासन प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है
जिसके कारण नदी किनारे वाले किसान बेहद परेशान है, गोपालपुर के किसान पारेश्वर नेगी, गौकरण नाग, कल्याण सिन्हा, गौधर नागवंशी, गोविंद परस, जगदीश, चैतराम, घनाराम, सदाराम, धनुराम, रोहित, गोपी पटेल, शीतल, राजेन्द्र, एलियाल बाघमार, बुधराम, इतवारू राम, देवकुमार, पवन राम, रानु साहू, रामसिंह साहू ने बताया कि पैरी नदी किनारे किसानों की उपजाऊ जमीन हर वर्ष नदी मे बाढ़ के कारण नदी मे तब्दील होता जा रहा है जिसके चलते किसान बेहद परेशान है लगातार इस समस्या से आला अधिकारियो को अवगत करा चुके है लेकिन अब तक नदी किनारे तटबंध का निर्माण नहीं करने से यह समस्या साल दर साल बड़ती चली जा रही है, क्षेत्र के कई एकड़ खेत की जमीन नदी मे तब्दील हो गया, बड़े -बड़े खेत के मेड़ टूट गये फसल के उपर रेत आ गये जिससे किसानो को भारी क्षति हुई है, फसल मुआवजा की मांग को लेकर क्षेत्र के किसानो ने तहसीलदार मैनपुर को ज्ञापन सौपकर मुआवजा का मांग किया था और बरबाद कई एकड़ खेतो की मुआवजा हेतु 2 .4 का आवेदन तहसील कार्यालय में जमा किया गया लेकिन अबतक इस मामले मे अधिकारियों ने सज्ञान तक नही लिया जिसके बाद परेशान किसान अब उक्त मामले को लेकर छत्तीसगढ़ शासन के कृषि मंत्री, राजस्व मंत्री से मांग करने का मन बना रहे है।