इस शहर में खुला देश का पहला गार्बेज कैफे, प्लास्टिक के बदले मिलेगा भरपेट खाना

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अंबिकापुर. पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश में सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) के इस्तेमाल को खत्म करने की एक मुहिम छेड़ रखी है. अब छत्तीसगढ़ को प्लास्टिक मुक्त (Plastic Free) बनाने के लिए एक अनोखी शुरूआत की गई है. सूबे के अंबिकापुर (Ambikapur) जिले में देश के पहले गार्बेज कैफे (Garbage Cafe) का शुभारंभ कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo) ने इसकी ओपनिंग की है. लंबे समय से चर्चा में रहे इस कैफे की शुरुआत के बाद अब प्लास्टिक बीनने वालों को प्लास्टिक के बदले रोज भरपेट खाना मिलेगा. शुभारंभ के दिए एक पुलिस आरक्षक ने भी गार्बेज क्लिनिक में प्लास्टिक जमा करके जागरूकता की मिसाल पेश की.

लोगों ने कर रखा था प्लास्टिक जमा

अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए निगम प्रबंधन के इस कवायद की चर्चा प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रही है. ये निश्चित बात है कि प्रशासन की इस पहल के बाद लोग खुद ब खुद जागरूक होंगे. ऐसी ही जागरूकता की मिसाल जिले के एक पुलिस आरक्षक अनिल विश्वकर्मा ने पेश की. आरक्षक को जिस दिन गार्बेज कैफे खुलने की खबर लगी वो उस दिन से ही अपने घर में प्लास्टिक को इकट्ठा करने लगा. जब कैफे का शुभारंभ हुआ, तो गार्बेज क्लीनिक में प्लास्टिक जमा करके आरक्षक ने कैफे में भर पेट भोजन किया. इस जागरूक आरक्षक के साथ ही एक आम नागरिक रघुवर ने भी अपने घर और आस-पास के प्लास्टिक को जमा करके गार्बेज कैफे के लजीज नाश्ते का आनंद उठाया.

आलिशान रेस्त्रां से कम नहीं है गार्बेज कैफे

अंबिकापुर में गुरुवार को बहुप्रतीक्षित गार्बेज कैफे का शुभारंभ कर दिया गया. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, महापौर डॉ. अजय तिर्की के साथ निगम और प्रशासनिक अमला मौजूद रहा. स्थानीय बस स्टैंड में बनाए गए गार्बेज कैफे को एक आलिशान रेस्त्रां का स्वरूप दिया गया है. गार्बेज कैफे के शुभारंभ के बाद अब प्लास्टिक बीनने वाले गरीब लोगों को आधे किलो प्लास्टिक के बदले भर पेट नाश्ता और एक किलो प्लास्टिक के बदले भर पेट खाना मिलने लगा है.

इधर शुभारंभ अवसर पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी गार्बेज कैफे में खाने का स्वाद लिया और जमकर तारीफ की. मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि न सिर्फ सरगुजा बल्कि ये पूरे छत्तीसगढ़ के लिए ये गर्व की बात है कि प्लास्टिक के दुरूपयोग को कम करने के लिए ये नायाब तरीके निकाला गया. इस पहले को राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक इस पहल को पहचान मिली है. अब अंबिकापुर प्रदेश का पहला ऐसा शहर है जो प्लास्टिक के बदले लोगों का पेट भरने का काम करेगा.

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