जन संपर्क विभाग में एक हजार से ज्यादा वेब पोर्टल इंपैनल्ड होने के बाद भी आयुक्त रवि मित्तल द्वारा रोका जा रहा है विज्ञापन , नौ माह बीत गए अपनी जिम्मेदारी निभा नहीं पा रहे, कुछ दिन पहले हो चुका है प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से शिकायत, (IFWJ) के राष्ट्रीय सचिव ने उठाया था मुद्दा , क्या है पूरा मामला पढ़िए पूरी खबर …

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जन संपर्क विभाग में एक हजार से ज्यादा वेब पोर्टल इंपैनल्ड होने के बाद भी आयुक्त रवि मित्तल द्वारा रोका जा रहा है विज्ञापन , नौ माह बीत गए अपनी जिम्मेदारी निभा नहीं पा रहे, कुछ दिन पहले हो चुका है प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से शिकायत, (IFWJ) के राष्ट्रीय सचिव ने उठाया था मुद्दा , क्या है पूरा मामला पढ़िए पूरी खबर …

रायपुर | जन संपर्क विभाग छत्तीसगढ़ इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है वहा के अधिकारी अपने मुताबिक जन संपर्क विभाग को चला रहे है। जन संपर्क विभाग छत्तीसगढ़ सरकार और पत्रकारों के बीच का माध्यम है लेकिन अधिकारी खुद मालिक बन कर बैठे है। बात तो तब हद हो गई जब अधिकारी पत्रकारों का फोन नहीं उठाते परिचय पूछकर नंबर ब्लॉक कर देते है अगर किसी बड़े नेता ने फोन लगवाया है और पत्रकार संपर्क करते है तो अधिकारी उनको जबरदस्त तरीके से इंटरटेनमेंट करते है। जब पत्रकार खुद अपने से संपर्क करते है तो पहले पूरा परिचय कहा, किस अखबार ,चैनल में पत्रकार है अगर गलती से कोई पत्रकार दलित निकल गया तो उनका वॉट्सअप नंबर ब्लॉक और मोबाइल उठाना बंद कर दिया जाता है। जन संपर्क विभाग छत्तीसगढ़ के आयुक्त की ऐसी हरकतों की वजह से पत्रकारों में बड़ा आक्रोश है और उनसे बात करने में कतराते है इसलिए इनकी शिकायत (IFWJ) के राष्ट्रीय सचिव शिवशंकर सोनपिपरे ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से की है।

बता दे कि जन संपर्क आयुक्त रवि मित्तल विभाग को अपने अनुसार चलना चाहते है। एक जिले का कलेक्टर का रुतबा कितना होता है सब जानते है। उसी तरह जन संपर्क विभाग को चलाने की कोशिश कर रहे है।

बता दे कि संपर्क विभाग अधिकारी को बहुत ही सरल सहज और मिलनसार रहने की जरूरत है ताकि सरकार और विभाग का संबंध परस्पर बना रहे सरकार की कल्याणकारी योजनाएं जिले और तहसील के गांव गांव तक योजना पहुंचे लेकिन आज वेब पोर्टल को सबसे  सटीक और जल्दी से समाचार बनाने का बहुत अच्छा माध्यम मानते है लेकिन दुर्भाग्य है कि नौ माह बीत जाने के बाद भी एक हजार से ज्यादा वेब पोर्टल जन संपर्क विभाग के मापदंड में खरा उतरने के बाद भी खुद विभाग ने इंपैनल्ड किया है और विज्ञापन के नाम पर पत्रकारों को ठेंगा दिखाया जा रहा है। अगर इसी तरह रवैया आयुक्त रवि मित्तल का रहा तो पत्रकार जल्द हीं आक्रोशित होकर आंदोलन करने की तैयारी कर रहे है अब देखना यह होगा कि आयुक्त रवि मित्तल रवैया सुधारते है कि पत्रकारों को बुलाकर विज्ञापन का निराकरण करते है।

इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट राष्ट्रीय सचिव शिवशंकर सोनपिपरे ने बताया है की छत्तीसगढ़ जन संपर्क विभाग के द्वारा भारी कमीशन ले कर बाहरी राज्यों के समाचार पत्रों को लाखो का विज्ञापन दिया जा रहा है | जिसके सम्बन्ध में इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय सचिव शिवशंकर सोनपिपरे ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ जन संपर्क विभाग का शिकायत किया है | जन संपर्क विभाग ( छत्तीसगढ़ संवाद ) में एक हजार के आस  पास न्यूज पोर्टल इंपैनल्ड है जो की आठ से नौ माह हो गए है लेकिन जन संपर्क विभाग ( छत्तीसगढ़ संवाद ) के द्वारा छत्तीसगढ़ के पत्रकारों को कोई विज्ञापन नहीं दिया जा रहा है और भारी कमीशन ले कर बाहरी राज्यों के समाचार पत्रों को लाखो का विज्ञापन दिया जा रहा है |

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