*ग्राम पंचायत सरधाभांठा: निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप, सरपंच की भूमिका पर उठे सवाल*
*ग्राम पंचायत सरधाभांठा: निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप, सरपंच की भूमिका पर उठे सवाल*
सरसींवा (सारंगढ़-बिलाईगढ़) – ग्राम पंचायत सरधाभांठा, जनपद पंचायत बिलाईगढ़ में विकास योजनाओं और 15वें वित्त आयोग की राशि से स्वीकृत निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों ने हड़कंप मचा दिया है। ग्रामीणों ने इन कार्यों की विस्तृत जांच और भौतिक सत्यापन की मांग की है।
ग्रामीणों का आरोप: विकास कार्य केवल कागजों पर
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में स्वीकृत निर्माण कार्य या तो सिर्फ कागजों पर दिखाए गए हैं, या जो हुए भी हैं, वे बेहद घटिया गुणवत्ता के हैं। शिकायत में निम्नलिखित कार्यों पर सवाल उठाए गए हैं:
नाली निर्माण में गड़बड़ी:
1. रामप्रसाद घर से चैतन्य दास घर तक (₹10 लाख)
2. डेलु घर से दिनदयाल घर तक (₹10 लाख)
3. रविशंकर घर से पंचायत भवन तक (₹10.35 लाख)
4. अवध घर से हृदय घर तक (₹9.46 लाख)
5. नरेश घर से घना पंडित घर तक (₹9.46 लाख)
सीसी रोड निर्माण में आरोप:
1. चरण घर से मुख्य मार्ग तक (₹10 लाख)
2. भीम घर से पुनीराम घर तक और खोलबहरा घर से तालाब पार तक (₹5.20 लाख)
अन्य निर्माण कार्यों में अनियमितताएं:
1. सामुदायिक भवन निर्माण (₹10 लाख)
2. गौठान में ड्रिप एरीगेशन कार्य (₹5.16 लाख)
3. खेल मैदान समतलीकरण (₹17.26 लाख)
4. रंगमंच निर्माण (₹3.20 लाख)
तालाब पुनरुद्धार कार्य:
1. पनखत्ती तालाब (₹13.7 लाख)
2. नया तालाब (₹13.83 लाख)
ग्रामीणों की मांग: निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई
ग्रामीणों ने 2020 से दिसंबर 2024 तक 15वें वित्त आयोग के तहत हुए सभी निर्माण कार्यों की जिला स्तर पर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उनका आरोप है कि इन परियोजनाओं में स्वीकृत राशि का दुरुपयोग किया गया है और सरपंच समेत संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
चुनावी माहौल गर्माया
आगामी पंचायत चुनावों को लेकर सरधाभांठा में माहौल गरमा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि दोष सिद्ध होने पर वे ऐसे सरपंच को अपना वोट नहीं देंगे, जिसने विकास कार्यों को दरकिनार कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार
प्रशासन से इस मामले में जल्द कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। यदि जांच में शिकायतें सही साबित होती हैं, तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित होगी। वहीं, इसका असर आगामी पंचायत चुनावों पर भी पड़ सकता है।
ग्रामीणों का संदेश: ईमानदार नेतृत्व की दरकार
ग्रामीण स्पष्ट हैं कि उन्हें ऐसा नेतृत्व चाहिए जो ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करे। उनका कहना है, “हम अपने मत का सही इस्तेमाल करेंगे और ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे, जो वास्तव में गांव के विकास को प्राथमिकता दे।”
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और ग्राम सरधाभांठा के मतदाता आने वाले चुनावों में क्या निर्णय लेते हैं।