धान उपार्जन के दौरान किसानों को न हो किसी प्रकार की परेशानी कलेक्टर ने ली समिति प्रबंधकों की बैठक
धान का उपार्जन राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता का कार्य है। इस कार्य मे उदासीनता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। समर्थन मुल्य पर धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इस बात का विशेष ध्यान रखें। कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान ने आज गुरुवार को दोपहर जिला पंचायत सभाकक्ष मे समिति प्रबंधकों की बैठक लेकर इस आशय के उदगार व्यक्त किये। ज्ञात हो कि बेमेतरा जिले की 102 सहकारी समितियों के अन्तर्गत 113 धान उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं। कृषि विपणन वर्ष 2021-22 मे 01 दिसम्बर से धान का उपार्जन किया जायेगा। उपार्जन केन्द्रों मे किसानों को टोकन जारी किया जायेगा।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने किसानों का पंजीयन की जानकारी, बारदानों की उपलब्धता, फड़ चबुतरा, डनेज सिस्टम, बारिश से बचने तिरपाल आदि की व्यवस्था के संबंध मे आवश्यक निर्देश दिए। जिलधीश ने खरीदी केन्द्रों मे मानव संसाधन, आर्द्रतामापी यंत्र, उपार्जन केन्द्र मे तौल बाट, पेयजल विद्युत व्यवस्था, कैप कव्हर आदि का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश एवं शासकीय उचित मुल्य की दुकानों और मिलर्स से प्राप्त बारदानों की जानकारी ली और बारदानों के सत्यापन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने यह भी चेतावनी देते हुए कहा कि कोचिया और बिचौलियों द्वारा अपना धान न खपायें इसका विशेष ध्यान रखें। इस संबंध मे खरीदी केन्द्रों मे यदि किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित समिति प्रबंधकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। बैठक मे जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी लीना मंडावी, उप पंजीयक सहकारिता विभाग, जे. खलखो, खाद्य अधिकारी राजेश जायसवाल, सहायक संचालक कृषि विभाग राकेश शर्मा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के नोडल अधिकारी राजकुमार वारे, सहायक नोडल अधिकारी अरविन्द वर्मा, सहायक खाद्य अधिकारी जी.के. मिश्रा उपस्थित थे।
संवाददाता:- खेलन सोनवानी सर्वोच्च छत्तीसगढ़