मड़ाई मेला ग्रामीण संस्कृति की पहचान , छत्तीसगढ़ी परम्परा का पर्व – स्मृति ठाकुर

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कोमा – मड़ाई मेला ग्रामीण संस्कृति की पहचान व छत्तीसगढ़ी परम्परा का पर्व – स्मृति ठाकुर जिला पंचायत अध्यक्ष गरियाबन्द

पत्रकार – उरेन्द्र साहू गरियाबन्द

राजिम | मड़ई मेला ग्रामीण संस्कृति की पहचान व छत्तीसगढ़ी परम्परा का पर्व है । मड़ाई कार्यक्रम में पहुंची गरियाबन्द क्षेत्र की ,दमदार , मिलनसार , दुख सुख के साथी , दिग्गज कांग्रेस नेत्री व वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष गरियाबन्द स्मृति ठाकुर , राउत नाचा में उड़ी धूम,

गरियाबन्द | गरियाबन्द जिले से लगभग 30 – 40 किलोमिटर दूर राजिम क्षेत्र के समीपस्थ ग्राम पंचायत कोमा में को भव्य मड़ाई मेला काआयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में गरियाबन्द जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर उपस्थित थी ,कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे थे ग्राम पंचायत कोमा सरपंच भुनेश्वरी दौलत बंजारे विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत सेमहरतरा सरपंच ,ग्राम पंचायत कोमा भूतपूर्व सरपंच ,जनपद सदस्य , सहित क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक भी उपस्थित रहे ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्मृति ठाकुर जिला पंचायत अध्यक्ष ने संबोधित करते हुए कहा कि आपके समक्ष उपस्थित होना हमारा सौभाग्य है । आप सबको मड़ाई मेला की बहुत बहुत शुभकामनाएं देती हूँ और आप सबसे आह्वान करते हैं कि क्षेत्र का प्रतिनिधित्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों में होनी चाहिए, कोरोना के संक्रमणकाल में भी जिस प्रकार स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सेवाभावना का परिचय दिया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर रहे अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने ग्राम पंचायत कोमा में सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की और आगे इसी प्रकार मेरा सेवा भाव हमेशा बना रहेगा ।साथ ही, मड़ाई मेला का आयोजन होता रहे । अध्यक्षता कर रहे ग्राम पंचायत सरपंच भुनेश्वरी दौलत ने कहा कि मड़ई मेला ग्रामीण संस्कृति की पहचान व छत्तीसगढ़ी परम्परा को शोभायमान कराने वाला पर्व है। जिसमें ग्रामीण अपने रिश्तेदारों, सगे संबंधियों को आमंत्रित कर व आसपास के ग्रामीण पहुंच एक दूसरे को बधाई देते हैं।

विशिष्ट अतिथि सेमहरतरा सरपंच के कहा कि आप सभी को मड़ाई मेला का बहुंत बहुंत बधाई , मैं कोमा को कभी भी अलग नही समझा कोमा और सेमहरतरा को एक ही दृष्टि से देखता हूँ । कोमा भी मेरे लिए उतने ही प्रिये है जितने की में गृह ग्राम ,किसी भी चीज में कोई दूरी नही है । पर्व के माध्यम से ग्रामीण ग्राम के देवी-देवताओं का पूजा अर्चना कर ग्राम में सुख-शांति, भाई-चारा, एकता, विकास हेतु एक मंच मे बैठकर खुशी का इजहार करते हैं। समस्त अतिथियों का ग्रामवासियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा पारंपरिक राउत नाचा,दोहा व बाजे गाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया।

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