एटीएम कार्ड नवीनीकरण करने के नाम पर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 05 आरोपियो को गिरफ्तार करने में बालोद पुलिस को मिली सफलता।
बालोद–थाना गुण्डरदेही क्षेत्र के शिक्षक से 5.47 लाख की ठगी का मामला । ठगी के आरोपी अपने आप को बैंक का कर्मचारी /अधिकारी बताकर करते थे ठगी।
यह गिरोह के सदस्य अन्य राज्यो से फर्जी सिम अधिक दामो मे खरीद कर ठगी के लिए करते है उपयोग। ठगी में काॅलर सिम कोलकाता से, पेटीएम नम्बर/खाता, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, पंजाब का किया गया है उपयोग।
आरोपियों से 04 नग मोबाईल सेट, 04 नग सिम कार्ड ,लाखों रूपये की लेन-देन वाली 03 नग बैंक खाता का पासबुक, एटीएम कार्ड 06 नग, नगदी 1500 रूपये बरामद।
बालोद पुलिस की सक्रियता एवं त्वरित कार्यवाही से 2.50 लाख रूपये प्रार्थी के खाते में पुर्व ही में वापस कराया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बालोद श्री जितेन्द्र सिंह मीणा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद श्री डी.आर. पोर्ते के मार्गदर्शन में ,पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद श्री दिनेश सिन्हा के पर्वेक्षण मे विशेष टीम गठित कर थाना गुण्डरदेही के अपराध क्रंमाक -445/2020, धारा-420 भादवि 66 डी आई.टी एक्ट में एटीएम फ्राड के आरोपियों को पकडने जिला जमताडा झारखण्ड रवाना किया गया था। जिसमें प्रकरण के 05 आरोपियो को पकड़ने मे बालोद पुलिस को सफलता मिली है।
मामले का विवरण:- प्रार्थी गौकरणलाल सोनबोईर पिता स्व.शातीराम सोनबोईर साकिन ग्राम मोंगरी पोस्ट लाटाबोर थाना गुण्डरदेही जिला बालोद जो रिटायर्ड शिक्षक है जिसके मोबाईल नम्बर पर अज्ञात मोबाईल नबर 6291798977 द्वारा काॅल कर जिला सहकारी मर्यादित बैंक से बोल रहा हू कहकर प्रार्थी का एटीएम कार्ड का नवीनीकरण कराना है कहकर प्रार्थी के 16 अंको का एटीएम कार्ड नम्बर ,सीवीवी नम्बर और ओटीपी पूछकर उसके अलग-अलग खातों से 5.47 लाख रूपये निकाल कर धोखाधडी किया गया था जिस पर थाना गुण्डरदेही मेे अपराध क्रंमाक -445/2020, धारा-420 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया। बालोद पुलिस की सक्रियता एवं त्वरित कार्यवाही से 2.50 लाख रूपये प्रार्थी के खाते में वापस कराया गया था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बालोद द्वारा विशेष टीम गठित कर एटीएम फ्राड के आरोपियों को पकडने जिला जमताडा झारखण्ड रवाना किया गया था। प्रार्थी से ठगी की गई रकम पेटीएम, मोबीक्वीक, एरोआंनपे, एस बैंक के माध्यम से अलग-अलग बैंक खातों मे ट्रांसफर किया गया था सायबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्य प्राप्त कर आरोपियो का लोकेशन जिला जमताड़ा झारखण्ड मिलने पर टीम द्वारा जिला जमताडा में जाकर 09-10 दिन तक कैम्प लगाकर ग्रामीण वेशभूषा में रहकर पुलिस के जवानो द्वारा संदिग्धों पर लगातार निगाह रखा गया । टीम द्वारा थाना नारायणपुर ,थाना करमातांड जिला जमताडा में लोकल संसूचना एवं तकनीकी सहायता एवं लोकल पुलिस के मदद से आरोपियो की जानकारी प्राप्त कर प्रकरण के आरोपी 1.आयूब अंसारी पिता रमजान अंसारी ग्राम पंदनी थाना नारायणपुर जिला जमताड़ा को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर एक टीम द्वारा बालोद लाया गया दूसरी टीम वहां अन्य आरोपियो की पता तलाश कर प्रकरण के आरोपियो 2. समशेर अंसारी पिता शाकीर अंसारी उम्र 20 साल पता-ग्राम पंदनी थाना नारायणपुर जिला जमताडा, 3. साजिद अंसारी पिता आयूब अंसारी उम्र 26 साल पता-ग्राम पंदनी थाना नारायणपुर जिला जमताडा 4. मोहम्मद यूसुफ अंसारी पिता यासिन मियां अंसारी पता-हीरापुर थाना कार्मातांड जिला जमताड़ा 5. हारून अंसारी पिता इदू अंसारी उम्र 27 साल पता-सतवातांड थाना कार्मातांड जिला जमताड़ा झारखण्ड को गिरफ्तार कर ट्राजिस रिंमाड पर जिला बालोद लाया गया। यह गिरोह के सदस्य एटीएम कार्ड ,आधार कार्ड ,बैंक खाता अपडेट और नवीनीकरण के नाम पर ठगी करते है। टीम द्वारा पता करने पर उक्त गिरोह के गिरफ्तार आरोपियो ने बताया कि इस क्षेत्र के कई लोग पूरे भारत में इस प्रकार के ठगी कार्य कर रहे है। गरीबी रेखा मे रहने वाले लोग भी बडी बडी आलिशान मकानो मे रहते है। आरोपियों के बैंक खाता का डिटेल प्राप्त करने पर करीबन लाखो तक का ट्रांजेक्सन है जिससे पता चलता है कि इन आरोपियों द्वारा कई राज्यों के लोगों के साथ ठगी की गई है जिस संबंध में विवेचना की जा रही है।
तरीका वारदात
अन्य राज्यों जैसे उडींसा ,पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश ,कोलकाता, केरल से फर्जी सिम अधिक दामों मे खरीद कर पेटीएम, मोबीक्वीक, गूगल पे, एराआॅनपे वैलेट बनाते है ताकि धोखाधडी की रकम बिना किसी पहचान के आसानी से निकाल सकें।
आरोपियो द्वारा किसी भी राज्य के मोबाईल नम्बरो का एक सिरीज उठाकर उसमे लगातार काॅल करते है अपने आप को बैंक कर्मचारी/अधिकारी बता कर भोले भाले लोगों को अपना निशाना बनाते है।
10 से 20 प्रतिशत कमीशन बेस पर खाता धारक को पैसे को लालच देकर उनका खाता प्राप्त कर उसमें फर्जी तरीके से रूपये ट्रांसफर करतें है।
यह गिरोह में सबका अलग-अलग भूमिका होता है एक गुप का काम सिर्फ काॅल करना होता है वह सुबह से घंने जगलों मे जाकर मोबाईल नम्बरों की लिस्ट निकाल कर एक सिरिज से काॅल करता है। झांसे मे आने वाले लोगों का बैंक खातो से रकम कुछ देर में ही अन्य वैलेट पेटीएम, मोबीक्वीक में डाल कर बैंक खातों में ट्रांसफर कर देते है। दूसरे ग्रुप का काम फ्राड रकम को एटीएम मशीन से निकाल कर 10 से 20 प्रतिशत कमीशन काट कर उस तक पहुचाता है।
ग्रुप का मास्टर मांइड हारून अंसारी ने बताया कि वह और उसके सदस्य काम करने अन्य राज्य छत्तीसगढ ,महाराष्ट्र, गुजरात जाकर वह मजदूरी का कार्य भी किये है वहां के भाषा सिखते है और अन्य राज्यो से सिम प्राप्त करते है। हारून अंसारी अपने नाम से मुम्बई से सिम प्राप्त किया है।
आपराधिक रिकार्ड
प्रकरण में आरोपी आयूब अंसारी पूर्व मे हत्या ,दहेज के मामले में जेल काट चुका है और उसका बडा बेटा उम्र कैद की सजा काट रहा है। एवं आरोपी समशेर अंसारी के पिता शकीर अंसारी भी लूट ,डकैती के प्रकरण में जिला जमताड़ा जेल में निरूद्ध है।
उक्त सायबर अपराध के प्रकरण में 05 आरोपियो को नारायणपुर एवं कार्मातांड जिला जमताड़ा झारखण्ड से गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी गुण्डरदेही निरीक्षक श्री रोहित मालेकर, थाना सहायक उपनिरीक्षक श्री पी.आर. साहू, प्रधान आरक्षक राम प्रसाद गजभिये महिला प्रधान आरक्षक लता तिवारी, आरक्षक पूरन देवांगन,आरक्षक संदीप यादव ,आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक आकाश सोनी, आरक्षक सुमित पटेल, आरक्षक सलेन्द्र सिंह , महिला आरक्षक अनिता साहू का सराहनीय भूमिका रहा।
बालोद गुरूर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्ट