छत्तीसगढ़

ग्रामीणों की मांग हुई पूरी. विधायक संगीता सिन्हा ने किया भूमि पुजन. जिला पंचायत सभापति ललिता साहु ने दी सभी को बधाई..

बालोद-- देश जहाँ एक ओर कोरोना वायरस से लड़ रहा है वही सरकार निर्माण कार्य को अनुमति दी है। घोघोपुरी...

सावधान नगरी – सिहावा क्षेत्र में बिक रहामीठा जहर.. ,शीतल पेय पदार्थ के नाम कर रहे है जान से खिलवाड़

कृष्णा रंजन दीवान नगरी,गर्मी सीजन में कोल्ड्रिंक और मीठे शीतल पेय की मांग बढ़ जाती है…जैसे जैसे तापमान बढ़ता जाता...

छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी नही रहे .. जानिए जोगी जी का कैसा रहा जीवन सफर….

नाम- अजीत प्रमोद जुमार जोगी,जन्म तिथि- 29 Apr 1946,जन्म स्थान- बीलासपुर छत्तीसगढ़,इतिहास- साधारण परिवार में जन्मे अजीत जोगी बचपन से...

गरियाबंद, छुरा तथा मैनपुर में नए जनपद सीईओ की पदस्थापना महिला शक्ति को तीनों जगहों की जिम्मेदारी- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी - मैनपुर/गरियाबंद । बड़ी खबर गरियाबंद से आ रही है जिले के तीन जनपद पंचायतों में जनपद सीईओ...

मैनपुर ब्लाॅक के धारनीधोडा क्वारेंटाइन सेंटर में गर्भवती महिला की मौत, मचा हडकम्प- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी मैनपुर/गरियाबंद । आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर के ग्राम पंचायत धारनीधोडा क्वारेंटाइन सेंटर में आज गुरूवार सुबह एक गर्भवती महिला...

कलेक्टर श्री रजत बंसल के स्थानांतरण पर अधिकारियों ने दी भावभीनी विदाई

टीम धमतरी की कार्यशैली बेमिसाल, पहली कलक्टरी में बहुत कुछ सीखने मिला‘ छत्तीसगढ़/धमतरी -- राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग...

इंडिया अंगेस्ट कोरोना के लिए पिकरीपार निवासी प्रताप सार्वा वालंटियर नियुक्त

बालोद… माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की प्रेरणा से पूरे देश में चल रही ऑनलाइन जागरूकताs मुहिम...

सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत सीआरपीएफ जवानो ने अड़गड़ी, पेण्ड्रा, जरहीडीह, कोसममुड़ा में लगाया कैंप – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु सामग्री का किया वितरण इतेश सोनी मैनपुर:- तहसील मुख्यालय मैनपुर से 18 किमी दूर...

जनपद पंचायत गुरूर के अध्यक्ष उपाध्यक्ष का क्षेत्र में दौरा.

जनपद पंचायत गुरूर के अध्यक्ष उपाध्यक्ष का क्षेत्र में दौरा. बालोद.. वैश्विक कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरा देश...

गरियाबंद जिले के नए कलेक्टर छत्तर सिंह देहरे और श्याम धावड़े बने बलरामपुर कलेक्टर – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ इतेश सोनी गरियाबंद । रायपुर राज्यभर में कलेक्टर और सीईओ के तबादले...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।