छत्तीसगढ़

गृहमंत्री अमित शाह ने CM भूपेश बघेल से की चर्चा, कानून व्यवस्था की ली जानकारी

रायपुर. अयोध्या जमीन विवाद (Ayodhya Land Dispute) को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court Of India) ने अपना फैसले (Verdict) सुना दिया है. फैसले के बाद...

गरियाबंद/सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद गरियाबंद मे खुशी का माहौल- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

गरियाबंद/सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद गरियाबंद मे खुशी का माहौल- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद गरियाबंद:- शनिवार को...

शिवसेना की प्रदेश कार्यालय में प्रदेश स्तरीय बैठक संपन्न व राम जन्मभूमि का फैसला आने पर दीप प्रज्ज्वलित कर मिठाई बांटी गई।

शिवसेना के प्रदेश प्रमुख धनंजय सिंह परिहार जी के नेतृत्व में प्रदेश स्तरीय बैठक चौबे कॉलोनी रायपुर में सम्पन्न हुआ...

रायपुर : कोरिया जिला को 103.81 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज कोरिया जिलावासियों को 103.81 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। चिरमिरी...

रायपुर : मुख्यमंत्री ने कोरिया जिले को दी अनेक सौगातें : हवाईपट्टी,एडवेंचर पार्क सहित केल्हारी और पटना को तहसील बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज चिरमिरी के लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते...

रायपुर : मुख्यमंत्री के अनुरोध पर आए सुपेबेड़ा के किडनी रोग से ग्रसित मरीजों का हुआ इलाज : स्वास्थ्य में सुधार के बाद वापस घर लौटे

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए ग्राम सुपेबेड़ा के किडनी...

अजीत जोगी ने धन सिंह कंवर के खिलाफ दर्ज कराया एक करोड़ रुपए का मानहानि का केस

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) जिले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (Janta Congress Chhattisgarh) पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व सीएम अजीत जोगी...

भुवनेश्वर से मुंबई जा रही एयर इंडिया फ्लाइट की रायपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग

रायपुर. छत्‍तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट (Swami Vivekananda Airport, Raipur) पर शुक्रवार शाम एक फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग (Emergency...

संजय नेताम के नेतृत्व में मैनपुर में कांग्रेस जनों ने किया गया धरना प्रदर्शन – तीव कुमार सोनी

संजय नेताम के नेतृत्व में मैनपुर में कांग्रेस जनों ने किया गया धरना प्रदर्शन - तीव कुमार सोनी मैनपुर ।...

बिजली बिल भुगतान से लेकर 6 महीने की खपत बताएगा ये एप, मिलेगी और भी जानकारी

रायपुर. अमूमन बिजली से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या के लिए उपभोक्ता कार्यालय के चक्कर लगाने के लिए मजबूर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।