छत्तीसगढ़

नक्सलियों का खुलासा: एसपी, कलेक्टर को मारने की थी प्लानिंग, हेलिकॉप्टर को करना चाहते थे क्रैश

दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) ने एक बड़ी सफलता हासिल करने का दावा किया है. अरनपुर थाना...

नकाबपोशों ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट को मारी गोली, हालत नाजुक, लव ट्राएंगल का शक

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilapsur) जिले में एक इंजीनियरिंग के स्टूडेंट (Engineering Student ) को गोली मारने (Shot) का...

ठाकरे के मुख्यमंत्री के शपथ लेते ही मैनपुर में फुटे जमकर फटाखे- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

सर्वोच्च छत्तीसगढ़ मैनपुर। महाराष्ट्र के 18 वें मुख्यमंत्री के रूप में आज गुरूवार शाम 6ः45 बजे जैसे ही शिव सेना...

मुख्य वन संरक्षक व वन विभाग के अफसर भी पहुचे बीमार हाथी को देखने- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

सर्वोच्च छत्तीसगढ़ मैनपुर। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के बफर जोन एरिया कुल्हाडीघाट वन परिक्षेत्र के पहाडी पर बसे कुकराल...

CM भूपेश बघेल जाएंगे मुंबई, उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में होंगे शामिल

रायपुर. महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले एक महीने से चल रहा उलफेर खत्म होने के बाद अब शिवसेना के उद्धव ठाकरे (Udhav...

दंतेवाड़ा में CRPF पर हमले के लिए नक्सलियों ने रखा था बांस बम, ऐसे बचे जवान

दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में घोर नक्सल (Naxal) प्रभावित जिले दंतेवाड़ा (Dantewada) में सुरक्षा बल के जवानों की सतर्कता के कारण...

शासकीय नवीन महाविद्यालय में संविधान दिवस मनाया गया गया- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

सर्वोच्च छत्तीसगढ़ मैनपुर। स्थानीय नवीन शासकीय महाविद्यालय में संविधान आयोजित कर मनाया गया। राष्ट्रीय योजना के तत्वधान एवं प्राचार्य डॉ.जी.एल.मनहर...

भवन निर्माण के तीन वर्षो बाद कन्या आश्रम अपने नए भवन मे स्थानांत्रित- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

सर्वोच्च छत्तीसगढ़ मैनपुर ।तहसील मुख्यालय मैनपुर से 2 किलोमीटर दुर ग्राम नवमुडा में प्री मैट्रिक छात्रावास भवन का निर्माण लगभग...

वनाधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे धमतरी के आदिवासी

धमतरी। वनाधिकार संघर्ष समिति और छत्तीसगढ़ किसान सभा की संयुक्त बैठक में वनाधिकार कानून के सही क्रियान्वयन के लिए संघर्ष...

आस्था में 231 बटालियन सीआरपीएफ ने मनाया 70वी राष्ट्रीय संविधान दिवस

दंतेवाड़ा/गीदम:- 231 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी आर पी एफ), जवांगा ने 70वें राष्ट्रीय संविधान दिवस 2019 के अवसर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।