शासकीय नवीन महाविद्यालय में संविधान दिवस मनाया गया गया- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
सर्वोच्च छत्तीसगढ़ मैनपुर। स्थानीय नवीन शासकीय महाविद्यालय में संविधान आयोजित कर मनाया गया। राष्ट्रीय योजना के तत्वधान एवं प्राचार्य डॉ.जी.एल.मनहर के निर्देशानुसार महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के माध्यम से संविधान के प्रति समाज में जागरूकता लाने हेतु व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रा.से.यो. कार्यक्रम अधिकारी एवं राजनीति विज्ञान विषय के प्रोफेसर सनबरसन साहू उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में डॉ भीमराव अंबेडकर एवं मां भारती के पूजन पश्चात प्राचार्य ने संविधान निर्माण मे संविधान सभा के अथक परिश्रम से विश्व का सबसे बड़ा संविधान निर्माण होने तथा पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ राजेंद्र प्रसाद, की महत्वपूर्ण भूमिका से विद्यार्थियों को अवगत कराया और मौलिक अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया प्रोफेसर सनबरसन साहू ने विद्यार्थियों को संविधान के विकास क्रम का विस्तार से परिचय करते हुए बताया कि सन 1858 के भारत शासन अधिनियम के भारत आने से संविधान निर्माण की शुरुआत हो गई थी। इसके बाद ब्रिटेन से अनेक अधिनियम 1892. 1909. 1919.व 1935 मैं आते रहे संविधान सभा में भारत के 10 लाख लोगों में एक प्रतिनिधि चुनकर 389 सदस्य चुने गए थे। जिसमें प/प्रठय समिति के अध्यक्ष के रूप में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण रही।
संविधान की मूल प्रति को हिंदी और अंग्रेजी प्रेम बिहारी रायजादा ने अपने हाथों से लिखा गया था। इस अवसर पर प्रोफेसर जी.एस दास, प्रोफेसर राजीव यादव, महाविद्यालय के अन्य प्रध्यापक गण एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कुमारी तारिणी नायक ने किया।