छत्तीसगढ़

गरियाबंद से निकली किसानों की रैली पहुंची रायपुर, धान खरीदी को लेकर करेंगे राज्यपाल से मुलाकात

रायपुर. धान खरीदी (Paddy Purchase) को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सियासत गरमा गई है. कांग्रेस (Congress) जहां केंद्र सरकार के...

केंद्र के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, PM मोदी को लिखे पत्र पर 38 लाख किसानों का कराएंगे हस्ताक्षर

रायपुर. धान की खरीदी (Paddy Purchase) 2500 रुपए, बोनस और सेंट्रल पूल में चावल लेने की मांग को लेकर कांग्रेस...

महंगी हो सकती हैं 5 रुपए प्रति टेबलेट से कम वाली दवाएं, सरकार कर रही है तैयारी: रिपोर्ट्स

नई दिल्ली. सरकार (Government)और मेडिसिन इंडस्ट्री (Medicine Industry) जल्द एक बड़ा फैसला लेने जा रही हैं. बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी खबर...

लाखो के पुल बहे मैनपुरकला के ग्रामीण उग्र आंदोलन की कर रहे है तैयारी- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

तहसील मुख्यालय से लगे ग्राम मैनपुरकला जाने वाले मार्ग में 14 माह पहले पिछले वर्ष भारी बारिश से नदी में...

आरसेप के खिलाफ पूरे छत्तीसगढ़ में हुए विरोध प्रदर्शन…..

आरसेप मुक्त व्यापार समझौते के खिलाफ किसान संगठनों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के आह्वान पर आज छत्तीसगढ़ में भी कई...

बीमा कंपनी का रोल होगा खत्म, इस नए फॉर्मूले से सरकार चलाएगी आयुष्मान योजना

रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) राज्य शासन एक बड़ा बदलाव...

DKS घोटाला: शासन को सौंपी गई जांच रिपोर्ट, इस खुलासे के बाद हुई कार्रवाई की अनुशंसा!

रायपुर. डीकेएस (दाऊ कल्याण सिंह) सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (DKS Hospital) में हुए करोड़ों के घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई...

रायपुर नगर निगम की अंतिम सामान्य सभा आज, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत करेंगे सत्र का संचालन

रायपुर. छत्तीसगढ़ के रायपुर नगर निगम (Raipur Municipal Corporation) की अंतिम सामान्य सभा बेहद खास होने वाली है. निगम के इस...

समाज के विकास के लिए एकता और भाईचारा बहुत जरूरी संजय नेताम – रिपोर्टर इतेश सोनी

मैनपुर में दिपावली मंगल मिलन समारोह का आयोजन मैनपुर । तहसील मुख्यालय मैनपुर में आज रविवार को प्रजापिता ब्रम्हकुमारीज ईश्वरीय...

मंत्री जयसिंह अग्रवाल क्यो कर रहे है पत्रकारो से बदजुबानी….

कोरबा : राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। इस बार छठ पूजा में मंत्री से बाईट लेने...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।