लाखो के पुल बहे मैनपुरकला के ग्रामीण उग्र आंदोलन की कर रहे है तैयारी- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद
तहसील मुख्यालय से लगे ग्राम मैनपुरकला जाने वाले मार्ग में 14 माह पहले पिछले वर्ष भारी बारिश से नदी में निर्माण किए गए लाखो के लागत से पुल टुट कर बह गया लेकिन पिछले एक वर्ष में इस टुटे के स्थान पर नया पुल निर्माण तो दुर इसकी मरम्मत तक नही किया जा सका है जान जोखिम में डालकर प्रतिदिन यहा के बच्चे स्कूल पढाई करने मैनपुर पहुच रहे है तो वही सबसे ज्यादा परेशान किसानो को हो रही है धान कटाई चल रहा है गांव तक इस मार्ग से टैªक्टर व चार पहिया वाहन नही जा पा रहा है इस टुटे पुल की समस्या को लेकर यहा के ग्रामीणो ने एक माह पूर्व जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू को ज्ञापन सौपा था तब प्रभारी मंत्री ने तत्काल ग्रामीणो के आने जाने के लिए अस्थाई रपटा निर्माण करने का निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिया था लेकिन मंत्री के आदेशों का भी यहा पालन नही किया गया और प्रतिदिन ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आना जाना करने मजबूर हो रहे है जल्द ही इस नदी में नया पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण उग्र आंदोलन करने की रणनिति भी बना रहे है। तहसील मुख्यालय मैनपुर से 3 किमी. दूर ग्राम पंचायत मैनपुरकला में भारी बारिश से पिछले वर्ष लाखो रूपये के लागत से निर्माण किये गये पुल टूटकर बह गया लेकिन अब तक मरम्मत नहीं किया गया है जिसके कारण इस पुल से गुजरने वाले दर्जन भर गांवो टापू मे तब्दील है और ग्रामीणो को इस मार्ग पर अपना व मवेशियो का जान जोखिम मे डालकर आना जाना करना पड़ रहा है, धीरे -धीरे ग्रामीणो का आक्रोश अब पनपता जा रहा है और किसी भी दिन यह उग्र आंदोलन के रूप मे सामने आ सकती है, ग्राम मैनपुरकला जाने वाली मार्ग मे लोक निर्माण विभाग द्वारा 10-12 वर्ष पहले लाखो रूपये की लागत से पुल का निर्माण किया गया था और यह पुल गलत मापदण्ड से निर्माण किये जाने के कारण पिछले कुछ वर्षो से धीरे -धीरे क्षतिग्रस्त होते जा रहा था जिसका शिकायत ग्रामीणो द्वारा समय -समय पर संबंधित विभाग के अधिकारियो को आवेदन के माध्यम से करते रहे है लेकिन विभाग के आला अधिकारियो ने कभी इस ओर झांककर देखना पसंद नहीं किया, नतीजा यह हुआ कि बारिश से यह पुल ही टूटकर बह गया जिसके चलते मैनपुरकला, कसाबाय, फुलझर, पण्डरीपानी, मौहाभाठा, गढ्ढाभाठा सहित दर्जन भर ग्राम टापू मे तब्दील हो गया है और हजारो लोगो को भारी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है, स्कूली छात्र- छात्राओं को जान जोखिम मे डालकर इस मार्ग मे आना जाना पड़ रहा है इस संबंध मे ग्रामीण युवा नेता तनवीर राजपूत, राकेश ठाकुर, भुनेश्वर नागेश, टीकम यादव, सोतन राम, शंकर कमलेश, नारद सिंग ने बताया कि एक साल से अधिक हो गया पुल को बहे लेकिन कोई भी अफसर अब तक इस टूटे पुल को देखने तक नहीं पहुंचे है, ग्रामीणो ने कहा अब हम आंदोलन करने बाध्य होंगे जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी
क्या कहते है जनप्रतिनिधि-
पूर्व जिला पंचायत सदस्य सियाराम ठाकुर ने कहा मैनपुरकला जाने वाले मार्ग में घटिया निर्माण के चलते पुल पिछले वर्ष बारिश मे बह गया लेकिन हम ग्रामीणो का दुर्भाग्य देखिए नया पुल का निर्माण तो दुर टुट चुके पुल का भी मरम्मत अब तक नही किया गया स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर मैनपुर पढाई करने जा रहे है गांव तक टैªक्टर व अन्य चारपहिया वाहन नही आ पा रहा है खेती किसानी का कार्य युध्द स्तर पर है किसान धान के भारा को सर में उठाकर नदी पार कर ला रहे है लेकिन किसानो व ग्रामीणो के इस गंभीर समस्या के तरफ कोई ध्यान देने वाला नही है नया पुल निर्माण जल्द होना चाहिए। जनपद सदस्य सुकचद धुव ने कहा कि पुल के बह जाने से नया पुल निर्माण की मांग को लेकर कई बार ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर विभाग के आला अधिकारियो को आवेदन देकर थक चुके है और तो और पिछले दिनों गरियाबंद पहुचे प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू को इस समस्या से अवगत कराए थे तो उन्होने सबंधित विभाग के अधिकारियो को तत्काल ग्रामीणो के आने जाने के लिए पुल की मरम्मत करने का निर्देश दिया था लेकिन विभाग के अधिकारी मंत्री के निर्देशो का भी पालन नही किए अब ग्रामीण मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भुपेश बघेल से करेंगे ।