DKS घोटाला: शासन को सौंपी गई जांच रिपोर्ट, इस खुलासे के बाद हुई कार्रवाई की अनुशंसा!
रायपुर. डीकेएस (दाऊ कल्याण सिंह) सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (DKS Hospital) में हुए करोड़ों के घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है. बहुचर्चित डीकेएस घोटाले (Scam) की जांच रिपोर्ट राज्य शासन के हवाले कर दी गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांच रिपोर्ट में बड़ी अनियमितताओं का खुलासा किया गया है. साथ ही कहा जा रहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की अनुशंसा भी उच्च स्तरीय जांच टीम ने सरकार से की है. तकरीबन एक महीने में जांच टीम ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है. टीम ने अस्पताल प्रबंधन के कार्यकारिणी समिति और साधारण सभा के बैठक विवरण की बारीकी से जांच की है. जानकारी के मुताबिक जांच में अस्पताल के तत्कालीन अवसर और राजनीतिक पदाधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है. तकरीबन ढाई सौ करोड़ की वित्तीय अनियमितता का ये पूरा मामला है.
कार्रवाई की अनुशंसा
बता दें कि डीकेएस अस्पताल मामले में तकरीबन ढाई सौ करोड़ की वित्तीय अनियमितता का आरोप है. मामला सामने आने के बाद तत्कालीन मुख्य सचिव सुनील खूजूर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच टीम बनाई गई थी. जांच के बाद अब टीम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में बड़ी वित्तीय अनियमितता का खुलासा किया गया है. साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की भी अनुशंसा की गई है.
ये है पूरा मामला
बता दें, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता के खिलाफ
करोड़ों के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर दर्ज हुई थी. ये एफआईआर डीकेएस
अस्पताल के अधीक्षक केके सहारे की शिकायत पर रायपुर के गोलबाजार पुलिस थाने
में दर्ज हुई थी. डीकेएस अस्पताल में मशीन खरीदी और भर्ती में अनियमितता
की शिकायत के बाद तीन सदस्यीय एक कमेटी ने मामले की जांच की थी. इसमे
डीकेएस अस्पताल के तत्कालीन अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता के खिलाफ लगभग 50
करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी.