छत्तीसगढ़

BJP की धुर विरोधी मुस्लिमों पर पकड़ रखने वाली पार्टी, अब बनेगी NDA का हिस्सा?

लखनऊ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी में जमीनी तैयारी शुरू होने के साथ ही अब राजनीतिक दलों के बीच...

फिर मुश्किलों में ये वर्ल्ड चैम्पियन प्लेयर! धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज हुई FIR

कन्नूर टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत फिर से मुश्किलों में घिर गए हैं. केरल पुलिस ने एस....

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने फिटनेस स्टार्ट-अप ‘तगड़ा रहो’ में किया निवेश

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने फिटनेस स्टार्ट-अप 'तगड़ा रहो' में किया निवेश नई दिल्ली  क्रिकेट के दिग्गज और...

भारत आ रहे जहाज के अपहरण का मास्‍टरमाइंड है ईरानी कुद्स फोर्स का कमांडर! अमेरिकी खाते हैं खौफ

तेहरान यमन के हूती विद्रोहियों ने भारत आ रहे जापानी जहाज गैलक्‍सी लीडर का लाल सागर से अपहरण कर लिया...

ब्री लार्सन ने अपने पिल्ले के नाम से जुड़ी मजेदार कहानी बताई

ब्री लार्सन ने अपने पिल्ले के नाम से जुड़ी मजेदार कहानी बताई लॉस एंजेलिस  अभिनेत्री ब्री लार्सन ने अपने पिल्ले...

एक्ट्रेस जूही चावला से शादी करना चाहते थे आर माधवन, वीडियो वायरल

एक्ट्रेस जूही चावला से शादी करना चाहते थे आर माधवन, वीडियो वायरल मुंबई,  बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता आर माधवन ने...

समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का स्वर्ण व रजत पदकों से सम्मान

रायपुर कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज रायपुर द्वारा दीपावली मिलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया । कार्यक्रम का...

विश्व कप के दौरान ओएनडीसी पर मैजिकपिन के ऑर्डर दोगुना होकर 10 लाख के पार

विश्व कप के दौरान ओएनडीसी पर मैजिकपिन के ऑर्डर दोगुना होकर 10 लाख के पार नई दिल्ली  हाइपरलोकल स्टार्टअप मैजिकपिन...

रणबीर कपूर रॉबर्ट डी नीरो, अल पचीनो और कमल हासन का मिश्रण हैं: निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा

रणबीर कपूर रॉबर्ट डी नीरो, अल पचीनो और कमल हासन का मिश्रण हैं: निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा मुंबई  फिल्म निर्देशक...

सुबह सात बजे स्टॉग रूम खोले जाएंगे, प्रक्रिया की होगी वीडियोग्राफी: डॉ भुरे

रायपुर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने आज मतगणना की तैयारियों के परिपेक्ष्य में कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक ली। उन्होंने कहा...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।