छत्तीसगढ़

कार्यकर्ताओ के परिश्रम से चौथी बार बनेगी भाजपा की सरकार- किरण देव*

*कार्यकर्ताओ के परिश्रम से चौथी बार बनेगी भाजपा की सरकार- किरण देव* खैरागढ़ से यतीश साहू की रिपोर्ट... *_खैरागढ़ः-भारतीय जनता...

केदार कश्यप ने रुकदेयी से की मोबाइल पर बात”:——*

*"केदार कश्यप ने रुकदेयी से की मोबाइल पर बात":------* *आज नारायणपुर विधानसभा के ग्राम पंचायत कुम्हली (बस्तर) में छ.ग. भाजपा...

जन समस्या निवारण शिविर. उपस्थित नहीं होने वाले अधिकारियों को लगाई फटकार….

जन समस्या निवारण शिविर. उपस्थित नहीं होने वाले अधिकारियों को लगाई फटकार.... जारी किया नोटिस. कलेक्टर ने दिया निर्देश. बालोद....

स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में दावेदारों ने दिखाई ताकत* *लाव लश्कर के साथ संजय नेताम ने दिखाया दमखम*

*स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में दावेदारों ने दिखाई ताकत* *लाव लश्कर के साथ संजय नेताम ने दिखाया दमखम* *गरियाबंद :-*...

अमलीपदर के शराब दुकान में लाखो रुपये की चोरी के आरोपी गिरफ्तार, पूर्व कर्मचारी ने दिया था घटना को अंजाम — तीव कुमार सोनी

अमलीपदर के शराब दुकान में लाखो रुपये की चोरी के आरोपी गिरफ्तार, पूर्व कर्मचारी ने दिया था घटना को अंजाम...

सांसद श्री चंदू लाल साहू जी महासमुंद में आयोजित राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन समारोह में हुए शामिल, परेड की सलामी लेकर विजेताओ को किये पुरस्कार वितरण — तीव कुमार सोनी–

सांसद श्री चंदू लाल साहू जी महासमुंद में आयोजित राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के समापन समारोह में हुए शामिल,...

बोल बम समिति पाटन श्रेत्र के संयोजक श्री जितेन्द्र वर्मा जी ने माननीय मुख्यमंत्री जी से मिले…

छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र में छत्तीसगढ़ भाजपा विधायक दल के स्थायी सचिव व बोल बम समिति पाटन श्रेत्र के...

सोनभट्ठा में एक दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का सांसद ने किया उद्घाटन*

*सोनभट्ठा में एक दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का सांसद ने किया उद्घाटन* _*खैरागढ़ः- समीपस्थ ग्राम पंचायत सोनभट्ठा में एक दिवसीय कबड्डी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।